भोपाल। मध्यप्रदेश के बाढ़ का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। राहत और बचाव कार्य में सेना के साथ ही NDRF और SDRF की टीमें लगी हुई है।
प्रदेश के शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिले के 1225 गांव बाढ़ के पानी से घिरे है वहीं अब तक 5950 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दतिया में बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। अब तक जिले में 1100 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
सेना के चार कॉलम दतिया, शिवपुरी, ग्वालियर और श्योपुर में बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वहीं एनडीआरएफ की 3 टीमें ग्वालियर और दो टीम शिवपुरी में बचाव कार्य में जुटी हुई है। सात जिलों में एसडीआरएफ की 29 टीमें बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी हुई है। वहीं 1950 लोग अब भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
डैम से पानी छोड़े जाने की वजह से सिंध नदी ने रौद्र रूप ले लिया। तेज पानी में दतिया और रतनगढ़ वाली माता मंदिर को जोड़ने वाला पुल बह गया। इस पुल पर मची भगदड़ में 2013 में 115 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी।