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महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा महाकाल परिसर, जानें कैसा रहेगा कॉरिडोर के लोकार्पण का कार्यक्रम?

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विकास सिंह

, मंगलवार, 27 सितम्बर 2022 (17:41 IST)
भोपाल। उज्जैन में बाबा महाकाल का नवनिर्मित कॉरिडोर यानि महाकाल परिसर अब ‘महाकाल लोक’ के नाम से जाना जाएगा। आज बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में कैबिनेट की बैठक में इसका फैसला लिया गया। उज्जैन में कैबिनेट की बैठक होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 200 वर्षो बाद ऐसा पहली बार मौका आया है कि सरकार सेवक के रूप में उज्जैन में बैठक कर रही है। आज हमारा पहला निर्णय यही है कि महाकाल परिसर 'महाकाल लोक' के नाम से जाना जाएगा। 
 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कैबिनेट की बैठक बाबा महाकाल के आशीर्वाद और सानिध्य में हो रही है,महाकाल महाराज से प्रार्थना है कि वो सभी प्रदेशवासियों पर कृपा बरसाएँ और आशीर्वाद दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल महाराज के परिसर का विस्तार एक ऐतिहासिक पल है। पहला चरण का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को करेंगे। पहले चरण में नागरिकों, मंदिर समिति के सदस्यों से चर्चा कर उनके सुझावों को लेकर ही पूरी योजना बनाई गई। इसके लिए दो चरण में प्रथम चरण में 351 करोड़ रुपए और द्वितीय चरण के लिए 310 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। 

कैसा होगा लोकार्पण समारोह?- महाकाल लोक कॉरिडोर के पहले चरण के लोकार्पण का कार्यक्रम 5 अक्टूबर से शुरु होगा जो 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकाल लोक कॉरिडोर के लोकार्पण के साथ संपन्न होगा। लोकार्पण कार्यक्रम में बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हर घर और दुकान में रंगोली और साज-सज्जा की जाएगी। इसके साथ दीपों का प्रज्जवलन भी किया जाएगा।

उज्जैन के सभी देवस्थानों में कीर्तन, भजन और सुंदरकांड का पाठ होगा। लोकार्पण कार्यक्रम में पंडित सुखदेव चतुर्वेदी द्वारा श्लोकों की प्रस्तुति की जाएगी। इसके साथ ही क्षिप्रा आरती, संत-समागम और संतों के सम्मान के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। 

लोकार्पण समारोह मेंं भाग लेने आने वाले अतिथियों और श्रद्धालुओं को उज्जैन की सीमा शुरू होते ही उत्साह, उल्लास के साथ भक्ति से परिपूर्ण शिवमय वातावरण का अनुभव होगा। इस दौरान विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा भोजन, भंडारे आदि का आयोजन किया जाएगा। आगंतुकों के लिए पेयजल, पार्किंग, ठहरने और आकस्मिक स्थिति में उपचार आदि की व्यवस्था के लिए स्वयंसेवी संस्थाएँ अपनी सेवाएँ देंगी। उज्जैन में विभिन्न स्थानों पर देश के अलग-अलग अंचलों के नृतक दल अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे।

बाबा महाकाल की भव्य सवारी के लिए महाकाल पुलिस बैंड शुरु किया जाएगा। अब तक पुलिस बैंड के 11 सदस्य इसमें थे, अब शिवराज ने कैबिनेट ने इसका नाम बदलकर महाकाल पुलिस बैंड करने के साथ 36 नए पदों के सृजन को मंजूरी दी है। जिस अब बैंड के कुल सदस्यों की संख्या 47 हो जाएगी।

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