भोपाल।सीधी में ओवरलोडिंग के चलते हादसे का शिकार हुई यात्री बस में 51 मौतों के बाद अब प्रदेश का परिवहन विभाग हरकत में नजर आ रहा है। परिवहन विभाग ने आज से पूरे प्रदेश में ओवरलोडिंग रोकने और पूरी व्यवस्था को चुस्त-दुरस्त करने के लिए विशेष चेकिंग अभियान की शुरुआत की है। भोपाल में खुद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बसों की जांच के लिए होशंगाबाद रोड पर सड़क पर उतरे तो उन्हें सच्चाई से रूबरू होना पड़ा। ALSO READ: सीधी में 51 मौतों के बाद जागा परिवहन विभाग,मंत्री से लेकर अफसर तक सड़क पर उतरकर करेंगे चेकिंग
होशंगाबाद रोड पर जब परिवहन मंत्री ने बसों की औचक चेकिंग शुरु की तो परिवहन व्यवस्था की पूरी पोल खुल गई है। होशंगाबाद जा रही बस में इमरजेंसी गेट पर यात्री बैठे नजर आए। इसके साथ बस में कई खामियां नजर आई। चेकिंग के दौरान बिना टिकट यात्री के साथ बस परिचालक के पास लाइसेंस भी नहीं मिला। इसके बाद मंत्री ने फौरन बस की जब्ती करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
भोपाल के साथ इंदौर,ग्वालियर और जबलपुर में परिवहन विभाग के अफसर सड़क पर उतरकर चेकिंग करते हुए दिखाई दिए। भोपाल के बाहरी इलाकों में परिवहन विभाग की चेकिंग के दौरान कई स्थानों पर बसों में इमरजेंसी गेट नहीं होने का खुलासा हुआ।
परिवहन व्यवस्था की रियल्टी चेकिंग के बाद मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि चेकिंग में जो भी बस अनफिट पाई गई है उनको जब्त किया गया है और बस संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री के सख्त तेवर के बाद अब प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत समेत पूरा विभागीय अमला सड़क पर नजर आ रहा।
परिवहन विभाग का विशेष चेकिंग अभियान में यात्री वाहनों के परमिट की वैधता,बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र, परमिट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले यात्री वाहन,क्षमता से अधिक सवारी ले जाने वाले, भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में चलने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जाने, बीमा एवं टैक्स संबंधी प्रपत्रों की जांच की जाएगी। चेकिंग अभियान में कागजातों में कमी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीधी बस हादसे में तेज रफ्तार भी एक बड़ा कारण सामने आ रही है। इसके लिए अब यात्री बसों में स्पीड गवर्नर लगाए जाने के नियम का सख्ती से पालन कराया जाएगा। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुताबिक यात्री वाहनों के दुर्घटना की एक वजह इनका तेज रफ्तार से चलना भी है। इसलिए अब चैकिंग के दौरान अधिकारी स्पीड गवर्नर लगे हैं या नहीं, इसको भी चेक करेंगे।