भोपाल। भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी को लेकर देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों के बीच पार्टी की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नूपुर का समर्थन करते हुए कहा कि अगर कोई हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करता है तो ऐसे लोगों को 'सच' बताया जाएगा।
भोपाल की सांसद ठाकुर की टिप्पणी के बाद मध्यप्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा से स्पष्टीकरण मांगा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नूपुर को विवादित टिप्पणी के कारण पार्टी से निलंबित कर चुकी है। ठाकुर ने शुक्रवार को भोपाल में कहा कि यह सत्य है कि वहां (ज्ञानवापी में) भगवान शिव का मंदिर था, है और रहेगा। इसे फव्वारा कहना गलत है। यह हमारे हिन्दू देवी-देवता और सनातन धर्म पर कुठाराघात है इसलिए हम असलियत बताएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारी असलियत तुम बता दो हमें स्वीकार है, लेकिन तुम्हारी असलियत बता रहे हैं तो क्यों तकलीफ है? इसका मतलब है कि कहीं-न-कहीं इतिहास गंदा है। सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं।
नूपुर को विवादास्पद टिप्पणी के बाद फोन पर कथित रूप से धमकी मिलने के बारे में पूछे जाने पर ठाकुर ने कहा कि हमेशा विधर्मियों ने ऐसा ही किया है। कमलेश तिवारी (लखनऊ के एक हिन्दू संगठन के नेता) ने कुछ कहा, तो उससे इनको (विधर्मियों को) पीड़ा हुई और वर्ष 2019 में उनका कत्ल कर दिया गया।
ठाकुर ने कहा कि विधर्मी अपनी गंदी मानसिकता से हमारे देवी-देवताओं को बुरा-भला बोलते हैं। फिल्मों के जरिए हमारे देवी-देवताओं का अपमान करते हैं। हम चुप रहते हैं, हमें विरोध करना होगा। हम अपने देवी-देवताओं के अपमान को कैसे सहन कर सकते हैं? भाजपा सांसद ने कहा कि जो इतिहास है वो सच है। एक लंबा कम्युनिस्ट इतिहास है... ये भारत हिन्दुओं का है और यहां सनातन धर्म जिंदा रखना पड़ेगा। ये हमारी जिम्मेदारी है।
ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने नूपुर शर्मा को निलंबित कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है लेकिन भाजपा की सांसद अब नूपुर के पक्ष में बयान दे रही हैं। भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि नूपुर का बयान देना क्या सोची-समझी योजना थी? मिश्रा ने कहा कि भाजपा को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह निलंबित नेता के साथ खड़े होने के लिए ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई करेगी।