Radical Islamic outfit Hizb-ut-Tahrir: मध्यप्रदेश में कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर (HuT) के जिस आतंकी मॉड्यूल का फर्दाफाश हुआ है उसमें लगातार नए खुलासे हो रहे है। एटीएस की गिरफ्त में आए 16 सदस्यों में से 7 सदस्यों ने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म कबूल किया है।
मध्यप्रदेश में पूरे आतंकी मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद सलीम जिसका असली नाम सौरभ राजवैध था,जाकिर नाइक से प्रभावित होकर इस्लाम धर्म कबूला था। भोपाल के बैरसिया का रहने वाला सौरभ राजवैध ने साल 2010 में अपना धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था। वहीं सौरभ की पत्नी मानसी ने भी हिंदू धर्म छोड़ कर इस्लाम धर्म कबूला था। सौरभ और उसकी पत्नी मानसी ने कट्टरपंथी विचारक जाकिर नाइक से प्रभावित होकर इस्लाम धर्म कबूला था।
भोपाल में एक कॉलेज में नौकरी के दौरान सौरभ कॉलेज में ही पढ़ाने वाले कमाल के संपर्क में आया। कमाल ने सौरभ का ब्रेनवॉश कर उसके जाकिर नाइक की वीडियो के लिए प्रेरित किया और बाद में सौरभ जाकिर नाईक से मिलने के लिए मुंबई भी गया। जाकिर नाइक से मिलने के बाद भोपाल लौटकर सौरभ और उसकी पत्नी मानसी ने इस्लाम धर्म कबूल लिया और बाद में वह हैदराबाद शिफ्ट हो गए।
सौरभ राजवैध के पिता का आरोप है कि सौरभ ने भोपाल में कॉलेज की नौकरी के दौरान डॉक्टर कमाल के संपर्क में आकर अपना धर्म बदला। पिता का आरोप है कि कमाल उनके बेटे को जाकिर नाइक की तकीरर सुनता था। जाकिर नाइक के वीडियो से प्रभावित होकर सौरभ कट्टरपंथी साहित्य पढ़ता था जिससे उसका ब्रेनवॉश हुआ और उसने इस्लाम धर्म कबूल लिया।
धर्म परिवर्तन करने वाले सौरभ के पिता डॉ. अशोक जैन कहते है कि भोपाल में एक कार्यक्रम में उनके बेटे और बहू का धर्म परिवर्तन का इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया। इसके बाद 2014 में उन्होंने बेटे और बहू को घर से निकाल दिया।
भोपाल में इस्लाम धर्म कबूल करने के बाद सौरभ उर्फ सलीम अपने परिवार के साथ हैदराबाद शिफ्ट हो गया, जहां वह एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के डेक्कन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज कॉलेज में बायोटेक्निकल डिपार्टमेंट में प्रोफेसर के पद पर था।
वहीं भोपाल के शाहजहांनाबाद का रहने वाला जिम ट्रेनर यासिर खान ने हिंदू ल़ड़की से शादी कर उसका धर्म परिवर्तन कराया। भोपाल से गिरफ्तार किए गए 10 सदस्यों में से 5 ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल किया है। चौंकाने वाला खुलासा यह है कि भोपाल से गिरफ्तार किए गए तीन सदस्यों में से तीन सदस्यों ने हिंदू युवतियों से शादी कर उनका धर्म परिवर्तन कराया।
19 मई तक एटीएस की रिमांड पर हिज्ब-उत-तहरीर के आतंकियों से जांच एजेंसियां पूरे नेटवर्क की कड़ी जोड़ने में लगी हुई है आरोपियों से अब तक हुई पूछताछ में सामने आया है कि आतंकी रायसेन से सटे जंगल में ट्रेनिंग कैंप लगाते थे। वहीं संगठन के सदस्य लोगों के बीच घुलमिलकर उनका धर्म परिवर्तन करवाते थे। समाज में घुलने मिलने के लिए इनमें से कोई ट्रेनर होता था। कोई कंप्यूटर टेक्नीशियन होता था कोई दर्जी, कोई ऑटो ड्राइवर इत्यादि का काम कर रहे थे। गिरफ्तार सदस्यों में से एक भोपाल के कोहेफिजा में ऑडिटोरियम ट्यूटोरियल के नाम से कोचिंग सेंटर भी चला रहा था।