सीधी भर्ती की योजना बनाए एमपी-पीएससी : शिवराज

Webdunia
गुरुवार, 5 मई 2016 (11:28 IST)
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) से कहा है कि वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के छोटे पदों पर 12वीं के अंकों की मेरिट के आधार पर सीधी भर्ती की योजना बनाए।
 
चौहान ने बुधवार रात यहां एमपी-पीएससी के नए भवन के लोकार्पण समारोह में कहा कि बड़े पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार जरूरी है, लेकिन सूबे के विभागों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के ऐसे कई पद हैं जिनके लिए निर्धारित शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास होना है।
 
इन पदों पर 12वीं के अंकों की मेरिट के आधार पर सीधी भर्ती के लिए एमपी-पीएससी को योजना बनानी चाहिए। उन्होंने एमपी-पीएससी को 'राज्य सरकार का हृदय' बताते हुए कहा कि आयोग ने प्रामाणिकता और पारदर्शिता से कार्य कर सूबे का गौरव बढ़ाया है।
 
चौहान ने कहा कि मुझे गर्व है कि एमपी-पीएससी ने निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से कार्य कर अपनी विशेष पहचान बनाई है। आयोग की कार्यप्रणाली पर किसी ने भी शंका जाहिर नहीं की है। 
 
आयोग ने पूरी ईमानदारी, प्रामाणिकता और पारदर्शिता के साथ परीक्षाओं का आयोजन किया है। इस अवसर पर एमपी-पीएससी के चेयरमैन विपिन ब्योहार और इसके सचिव मनोहर दुबे भी मौजूद थे।
 
एमपी-पीएससी का नया भवन 15 करोड़ रुपए की लागत से 6,541 वर्गमीटर पर बना है। नवीन भवन परिसर में छोटे-बड़े कुल 80 कक्ष बनाए गए हैं। (भाषा)
 
Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख