भोपाल । लॉकडाउन पार्ट-2 के एलान के साथ ही महाराष्ट्र के बांद्रा में हजारों प्रवासी मजदूरों के एक साथ सड़क पर आने के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश के बाहर फंसे मजदूरों की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। शिवराज सरकार बाहर के प्रदेशों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए उनके खातों में एक हजार रूपए बतौर सहायता राशि देने जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऑडियो कॉन्फ्रसिंग के जरिए पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और जिलाध्यक्षों को ऐसे मजदूरों क नाम के नाम, मोबाइल नंबर, एवं बैंक खातों की सूची बनाये जाने में प्रशासन की मदद करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही ऐसे मजदूरों की सूची प्राप्त हो जाएगी, उनके खातों में एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि तुरंत भिजवा दी जाएगी। वे जहां हैं वहीं से यह राशि निकाली जा सकेगी तथा उससे वे अपनी आवश्यक दैनिक जरूरतों की पूर्ति कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के बाहर फंसे मजदूरों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आवश्यकता होने पर यह सहायता दोबारा भी दी जा सकती है। साथ ही उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत करके वहां उनके भोजन, राशन, आश्रय आदि की व्यवस्था भी की गई है। इन कठिनाई के दौर में वे धैर्य रखें, हम उनकी सहायता के लिए खड़े हैं।
इस मौक पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि पूरी सरकार और संगठन परिश्रम के साथ कोरोना से युद्ध लड़ रहा है । मध्यप्रदेश में कोई भूखा ना रहे, किसी को राशन की कमी नहीं आए इसके लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं । प्रदेश के जो मजदूर बाहर के प्रदेशों में फंसे हुए हैं उनको त्वरित राहत देने के लिए जो योजना बनाई है उस योजना के क्रियान्वयन की दिशा में सभी सांसद विधायक और पार्टी के जिलाध्यक्ष त्वरित गति से कार्यवाही करें ।