इंदौर। शहर की सबसे बुजुर्ग ट्रैफिक वार्डन निर्मला पाठक का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया। पाठक खाकी वर्दी पहनकर लंबे समय तक इंदौर के विभिन्न चौराहों पर यातायात व्यवस्था संभालती रही हैं। बाथरूम में गिरने से आई चोट के बाद से वे चल फिर नहीं पा रही थीं।
मूल रूप से मुंबई की रहने वालीं निर्मलाजी ने कई साल पहले इंदौर आकर ट्रैफिक सुधार में सक्रिय सहयोग देना शुरू किया था। अपनी सक्रियता के दौर में वे किसी न किसी चौराहे पर ट्रैफिक संभालते हुए दिख जाती थीं।
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने 80 साल की उम्र में ट्रैफिक संभालने के जज्बे को सलाम किया था। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने निर्मला पाठक को 'इंदौर की दादी' कहा था।
लगभग 90 की उम्र में भी उनकी यही कोशिश रहती थी कि वे घर में न बैठें। जब भी किसी बड़े आयोजन की जानकारी उन्हें मिलती थी तो वे वहां पहुंचने की कोशिश करती थीं।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले जब मुख्यमंत्री कमलनाथ को निर्मला पाठक के बीमार होने की जानकारी मिली थी तो उन्होंने कलेक्टर से फोन पर चर्चा कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उन्हें सहायता उपलब्ध करवाने के लिए कहा था।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर की बुजुर्ग महिला समाजसेवी निर्मला पाठक के निधन पर दु:ख जताया है।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर की सड़कों पर वर्षों तक यातायात सुधार में अपनी सेवाएं देने वाली बुजुर्ग महिला समाजसेवी निर्मला पाठक के दुःखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान दें।