भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से परिवहन चेकपोस्ट बंद हो जाएंगे। परिवहन चेक पोस्ट के स्थान पर प्रदेश के सीमावर्ती 26 जिलों में 45 सेफ्टी एनफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट बनेंगे। गुजरात मॉडल पर चेकिंग प्वाइंट को ऑनलाइन करते हुए मानव रहित तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसके साथ चेकिंग प्लाइंट पर मोबाइल टीम की तैनाती करने के साथ होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाएगी।
गुजरात मॉडल पर एमपी में नई व्यवस्था- गुजरात की तर्ज पर मध्यप्रदेश मे ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अंतर्गत परिवहन चेक पोस्ट बंद कर एनफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट बनाए गए है। यह पूरी व्यवस्था ऑनलाइन होगी। हलांकि अभी तकनीकी उपकरण की व्यवस्था होने तक मोबाइन यूनिट के माध्यम से चेकिंग होगी। चेकपोस्ट पर भष्टाचार की शिकायतों और ट्रक ऑपरेटरों की लगातार मांग के बाद यह व्यवस्था लागू की गई है।
परिवहन चेकपोस्ट ऑटोमोटिव किए जाएंगे।
चेकपोस्ट पर पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और पेपरलेस होगी।
गुजरात की तर्ज पर मध्यप्रदेश में सेफ्टी एनफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट बनेंगे।
प्रदेश के सीमावर्ती 26 जिलों में सेफ्टी एनफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट बनेंगे।
26 सीमावर्ती जिलों में कुल 45 चेक पॉइंट बनेंगे।
चेकपोस्ट के स्थान पर चेक पॉइंट रहेंगे।
परिवहन चेक पोस्ट बंद कर उनके स्थान पर मोबाइल टीम की तैनाती।
अन्य राज्यों से लगे जिलों में मोबाइल फ्लाइंग स्कवाड काम करेंगे।
चेक पॉइंट पर तैनात स्टॉफ निर्धारित समय में बदलेगा।
चेक पॉइंट ऑटोमैटिक बैरियर लगाएं जाएंगे। इसके साथ पुलिस-परिवहन के साथ 211 होमगार्ड की तैनाती होगी।होमगार्ड रोटेशन के आधार पर ड्यूटी करेंगे।
परिवहन का क्या है गुजरात मॉडल?- गुजरात देश का ऐसा पहला ऐसा राज्य है जहां पर परिवहन विभाग ने अपने चेकपोस्ट बंद कर पूरी व्यवस्था को ऑनलाइन करने के साथ चेक पोस्ट को पेपर लेस कर दिया गया है। साल 2019 में गुजरात में परिवहन चेक पोस्ट बंद कर राज्य को 4 जोन में बांट कर 17 जिलों में 58 चेक पाइंट बनाए गए थे। गुजरात में बने इन चेक पाइंट पर अधिकारी आठ-आठ घंटे ड्यूटी करते हैं। प्रत्येक चेक पाइंट पर एक अधिकारी के साथ गार्ड एवं वाहन चालक भी रहते हैं। वाहन में बाडी वार्न कैमरा, स्पीड गन, रडार गन व इंटरसेप्टर जैसे उपकरण होते हैं। ऑनलाइन चेक पोस्ट होने से चेकपोस्ट पर लगने वाले जाम से राहत मिलने के साथ भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिए निर्देश- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परिवहन चेक पोस्ट बंद किए जाने का एलान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन के अंतर्गत देश में अनेक कार्य किए जा रहे हैं। इस नाते परिवहन क्षेत्र में मध्यप्रदेश में कुछ बदलाव किए गए हैं। चेक पोस्ट संबंधी नई व्यवस्था लागू की जा रही है। एक जुलाई से परिवहन चेक पोस्ट जो अन्य प्रांतों की सीमा पर वाहनों के आवागमन के संबंध में भूमिका अदा करती हैं वहां संबंधित जिला प्रशासन के साथ तालमेल कर वर्तमान में हो रही अव्यवस्थाओं को दूर करने और पारदर्शी व्यवस्था लागू करने का कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सुशासन के लिए जाना जाता है। परिवहन व्यवस्था के संबंध में शिकायतें प्राप्त होने पर राज्य शासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। नई व्यवस्था से भारी वाहनों के संचालकों को किस प्रकार की असुविधा नहीं होगी। शिकायतों को दूर कर साफ सुथरे ढंग से परिवहन विभाग के मूल कार्य को बेहतर ढंग से संचालित करने के प्रबंध किए गए हैं। प्रदेश में अब सीमावर्ती जिलों में नई व्यवस्था में उड़न दस्ते कार्य करेंगे। बाहरी वाहनों के संचालकों को कोई समस्या नहीं आएगी।