भोपाल। इंदौर के महू में आदिवासी युवती की मौत और उसके बाद पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की मौत पर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। पूरे मामले की गूंज आज मध्यप्रदेश विधानसभा में भी सुनाई दी। विधानसभा की कार्यवाही शुरु होते ही प्रश्नकाल में विपक्षी दल कांग्रेस ने पूरे मुद्दे को उठाया।
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में सबसे अधिक आदिवासियों के साथ अत्याचार हुए है। कमलनाथ ने कहा कि इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है।
युवती की मौत मामले ने नया मोड़-वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले पर कहा कि पूरे मामले दो तरह की बाते सामने आ रही है। पहला परिवार के मुताबिक पानी गर्म करने के दौरान करंट लगने से युवती की मौत हो गई है वहीं दूसरा पक्ष युवती की हत्या की बात कह रहा है। अक्रोशित लोगों ने जाम किया और पुलिस के द्वार गिरफ्तार व्यक्ति को थाने से छुड़ाना चाह रहे थे। इस दौरान थाने का घेराव कर पथराव किया जिसमें थाना प्रभारी समते 13 पुलिसकर्मियों को चोट आई। पुलिस ने बचाव में फायरिंग की जिसमें एक युवक की मौत हुई है। वहीं पथराव में घायल थाना प्रभारी को इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया है।
वहीं कांग्रेस ने पूरे मामले की जांच के लिए विधायकों का एक दल महू भेजा है। कांग्रेस जांच दल में पार्टी विधायक कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पाचीलाल मेड़ा शामिल हैं। वहीं इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल पर पहुंच गए है। कांग्रेस का जांच दल घटना की पीड़ितों से बात करके सच्चाई का पता करेगा और अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेगा।
गौरतलब है कि इंदौर के महू के बड़गोंदा थाना इलाके में युवती की मौत के बाद बुधवार रात जमकर हंगामा हुआ। आदिवासी युवती की मौत के बाद गुस्साएं लोगों ने पुलिस थाने का घेराव किया जिस पर पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसमें एक आदिवासी भेरूलाल की मौत हो गई है।