भोपाल। मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। अब तक प्रदेश के 18 जिलों में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। जिलों में पक्षियों की मौत पर सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे जा रहे है। इस बीच निवाड़ी जिले के पशु चिकित्सा अधिकारी आरपी तिवारी ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए हौंसले और ड्यूटी की एक ऐसी मिसाल पेश की है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उनकी तारीफ की है।
बीते शुक्रवार को निवाड़ी जिले के सोरका गाँव में दो दर्जन से ज्यादा चिड़ियां मरी पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया। चिड़ियों की मौत की सूचना मिलने पर पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर सेम्पल एकत्र किए। कार्यवाही पूरी होने के बाद सैंपल जाँच के लिय भोपाल भेजने की जिम्मेदारी पृथ्वीपुर के सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी आरपी तिवारी को दी गई।
सैंपल लेकर भोपाल आने के लिए तिवारी ने पहले बस का टिकिट बुक कराया परंतु जब तक वे बस स्टैंड पहुँचे बस निकल चुकी थी। उन्होंने इसके बाद झाँसी से रेल टिकिट रिजर्वेशन का प्रयास किया लेकिन टिकिट नहीं मिला। इसके बाद अपनी ड्यूटी पूरा करने के लिए आरपी तिवारी बाइक से सैंपल लेकर भोपाल के लिए चल दिए। 350 किमी लंबे सफर और कड़ाके की ठंड और बारिश के कारण पिता-पुत्र को रास्ते कई स्थानों पर रूकना भी पड़ा। करीब दस घंटे के सफर के बाद आरपी तिवारी बेटे के साथ भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान लैब पहुंचे और जांच के लिए सैंपल जमा करा दिए।
मुख्यमंत्री शिवराज ने की तारीफ- वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरपी तिवारी के हौंसले और ड्यूटी के प्रति उनके समर्पण की तारीफ की है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा की आरपी तिवारी के जज्बे को प्रणाम करता हूं। आपने कर्तव्यनिष्ठा और दृढ़ इच्छाशक्ति का उद्भभुत उदाहरण समाज के सामने रखा है। मध्यप्रदेश को आप जैसे अधिकारी और कर्मचारी ही गढ़ते है। वहीं पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि बिना किसी सुविधा का इंतजार किए जिस तरह तिवारी ने बर्ड फ्लू महामारी के नियंत्रण के लिये अविलम्ब भोपाल लैब को सेम्पल पहुँचाए हैं, यह प्रदेश ही नहीं देश के लिए भी अनुकरणीय मिसाल बन गई है।