खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच राकांपा ने दो होटलों में भेजे अपने विधायक

Webdunia
सोमवार, 25 नवंबर 2019 (11:36 IST)
मुंबई। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक ड्रामे और विधायकों के खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अपने विधायक शहर के 5 सितारा रिजॉर्ट से निकाल 2 होटलों में भेजे।
 
सूत्रों के अनुसार राकांपा के विधायक जो पवई इलाके के 'होटल रेनेसां' में रहे रहे थे उन्हें सांताक्रूज के 'होटल ग्रैंड हयात' और बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के 'सोफिटेल' में भेज दिया गया है। संयोगवश भाजपा नेता रवीन्द्र चव्हाण को रविवार को 'होटल रेनेसां' जाते देखा गया था।
 
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधायक अब भी अंधेरी उपनगर के 'जेडब्ल्यू मैरियट होटल' में ही हैं और शिवसेना के विधायक अंधेरी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास अब भी ललित होटल में हैं लेकिन उन्हें भी किसी अन्य रिजॉर्ट में भेजा जा सकता है।
 
कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने रविवार को आरोप लगाया था कि भाजपा नेताओं ने उस होटल में कमरे बुक किए हैं, जहां उनके विधायक रह रहे हैं और उनसे संपर्क करने की भी कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल ने शनिवार की सुबह देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
 
राज्य में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था और गठबंधन को बहुमत मिला था जिसमें भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें आई थीं। राज्य में विधानसभा की 288 सीटें हैं। राकांपा और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उन्हें क्रमश: 54 और 44 सीटें मिली हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

डिम्पल यादव बोलीं, BJP अगर लोकसभा चुनाव जीती तो भारत 15 साल पीछे चला जाएगा

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

कल्पना सोरेन बोलीं, अन्याय के खिलाफ लड़ाई में अपने योद्धा पति के नक्शेकदम पर चलूंगी

भगवाधारी हुए ओवैसी, पुजारी ने गले में भगवा डाला तो हाथ जोड़कर मुस्‍कुरा दिए, वीडियो वायरल

पंजाब में 3 बड़े मुद्दे तय करेंगे राजनीति का रुख, आखिर कौनसी पार्टी दिखाएगी दम

Paytm को लगा बड़ा झटका, COO और प्रेसीडेंट भावेश गुप्ता ने दिया इस्तीफा

Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला, 1 जवान शहीद

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

NOTA के समर्थन में फोन कर रहे लोग, BJP ने जो किया, अक्षय बम के मैदान छोड़ने पर क्या बोलीं सुमित्रा महाजन

Prajwal Revanna के पिता SIT की हिरासत में, कोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत याचिका

अगला लेख