Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

अगर उद्धव ठाकरे पाला बदलते हैं तो एकनाथ शिंदे क्या करेंगे। राजनीतिक गलियारों में खबरें हैं कि सीएम फडणवीस और डिप्टी सीएम शिंदे के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 17 जुलाई 2025 (18:58 IST)
Maharashtra politics News : हाल ही में महाराष्ट्र की सियासत से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ था। यह महाराष्ट्र के विधायकों का फोटो सेशन था। इसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस फडणवीस उद्धव ठाकरे को खाली पड़ी कुर्सी पर बैठने के इशारा करते हैं। वह खाली कुर्सी एकनाथ शिंदे के पास है। एकनाथ शिंदे, नीलम गोरहे के बगल में बैठे थे, इसलिए उद्धव ठाकरे उस कुर्सी पर बैठने की बजाय नीलम गोरहे के बगल वाली चंद्रशेखर बावनकुले की कुर्सी पर बैठ गए। 
ALSO READ: Donald Trump की धमकी, रूस से सस्ता तेल, क्या करेगी भारत सरकार, पेट्रोलियम मंत्री बोले- प्लान तैयार
एकनाथ शिंदे ने भी नीलम गोरहे को हाथ से कुर्सी पर जल्दी बैठने के लिए कहा। हालांकि राजनीतिक विश्लेषक यह अनुमान लगा रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र की सियासत में फिर एक बड़ा उलटफेर होने जा रहा है। अब इस अनुमान को हवा दी है फडणवीस और उद्धव की मुलाकात ने। दोनों ने बंद कमरे में करीब 20 मिनट तक मुलाकात की। तो क्या इस मुलाकात के बाद अब महाराष्ट्र में फिर नए समीकरण बनने वाले हैं।   
 
फडणवीस ने कहा- इधर-उधर पैर मत मारो
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते दिन पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को सत्तापक्ष में आने का ‘ऑफर’ दिया था। मौका विधान परिषद में नेता विरोधी दल अंबादास दानवे का विदाई समारोह था। वह शिवसेना (यूबीटी) के नेता हैं। उनके विदाई समारोह में हिस्सा लेने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी उपस्थित थे। इसी मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मजाकिया लहजे में उद्धव ठाकरे को संबोधित करते हुए कहा कि उद्धवजी 2029 तक मेरी तो उस तरफ (विपक्ष की ओर) आने की कोई संभावना है नहीं। आप इधर आना चाहें, तो रास्ता निकाला जा सकता है। लेकिन उसके लिए कुछ अलग तरीके से सोचना पड़ेगा। फडणवीस की बातों से ऐसा लगा जैसे वे उद्धव ठाकरे को ये समझाने की कोशिश कर रहे हों कि इधर-उधर हाथ पैर मारने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। 
शिंदे को साइडलाइन करना चाहते हैं फडणवीस
अगर उद्धव ठाकरे पाला बदलते हैं तो एकनाथ शिंदे क्या करेंगे। राजनीतिक गलियारों में खबरें हैं कि सीएम फडणवीस और डिप्टी सीएम शिंदे के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कुछ समय पहले शिंदे फडणवीस की बुलाई बैठकों में भी शामिल नहीं हो रहे थे। भाजपा की अगुआई में शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) के साथ मिलकर सरकार बनाने के 3 महीने बाद ही सत्तारूढ़ महायुति में दरार की खबरें आने लगी थीं। एक बार तो फडणवीस को सफाई देनी पड़ी थी कि शिंदे ने अमित शाह से मेरी शिकायत नहीं की है। तो क्या फडणवीस शिंदे को साइडलाइन करने की तैयारी कर रहे हैं।   
<

VIDEO | Shiv Sena (UBT) chief Uddhav Thackeray and Maharashtra Deputy CM and Shiv Sena leader Eknath Shinde cross paths for the first time as the state legislative council gathers to bid farewell to Shiv Sena (UBT) leader Ambadas Danve as LoP.

(Full video available on PTI Videos… pic.twitter.com/kcVlClwSqV

— Press Trust of India (@PTI_News) July 16, 2025 >
पाला बदलकर शिंदे से बदला लेंगे उद्धव
2022 में शिंदे की बगावत के कारण शिवसेना में फूट पड़ी थी और उसके दो टुकड़े हो गए थे। शिंदे ने बागी विधायकों को लेकर भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे, वहीं उद्धव को अपने पिता द्वारा स्थापित पार्टी और उसका निशान तक नहीं मिला। 
<

आज विधानभवन येथे पक्षप्रमुख मा. श्री. उद्धवसाहेब ठाकरे ह्यांनी राज्यभरातील विविध संपादकांनी हिंदीसक्तीविरोधात लिहिलेल्या लेखांचे संकलित ‘हिंदी हवी कशाला?’ पुस्तक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आणि सभापती राम शिंदे ह्यांना भेट दिले. ह्यावेळी युवासेनाप्रमुख शिवसेना नेते आमदार आदित्य… pic.twitter.com/JFUCetP3bN

— ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) July 17, 2025 >
उद्धव एक बार फिर से भाजपा के पाले में आ जाते हैं तो शिंदे अकेले पड़ जाएंगे। शिंदे की राजनीति की गाड़ी हिचकोले खा सकती है। शिंदे को को अपनी राजनीति चलाने के लिए निश्चित ही अपने लिए नई सियासी गाड़ी ढूंढनी पड़ सकती है। अंदाजा यह भी लगा या जा रहा है कि उद्धव पाला बदलकर शिंदे से बदला ले सकते हैं। हालांकि उद्धव अपने पत्ते इतनी जल्दी नहीं खोलते हैं।

हाल ही में उन्होंने अपने चचरे भाई मनसे प्रमुख राज ठाकरे के साथ एक बड़ा राजनीतिक शो किया था, जो सरकार के हिन्दी भाषा पर बैकपुट पर आने को लेकर था। मराठी मानुष के मुद्दे पर ठाकरे ब्रदर्स 20 साल बाद साथ आए। समारोह में राज ठाकरे ने यह भी कहा कि जो काम बाला साहब ठाकरे नहीं कर सके वह फडणवीस ने कर दिया। हालांकि यह सरकार के फैसला वापसी पर कटाक्ष था। अब सभी की नजरें सियासी बिसात पर उद्धव की अगली चाल पर है, जो महाराष्ट्र की राजनीति में नया भूचाल ला सकती है।  Edited by : Sudhir Sharma
Show comments

क्या नीतीश कुमार को बिहार का एकनाथ शिंदे बनाना चाहती है भाजपा?

ओडिशा आत्मदाह केस में प्रोफेसर समीर साहू ने छात्रा से कहा था—तुम बच्ची नहीं हो, समझो मैं क्या चाहता हूं

निमिषा प्रिया की फांसी, क्‍या ब्‍लड मनी के लिए राजी हुआ परिवार?

Odisha : शराबी ऑटो चालक ने हथौड़ा मारकर की माता-पिता की हत्या, रातभर रहा शवों के पास

राजा हरि सिंह पर खान सर की टिप्पणी से छिड़ा विवाद, जानिए कश्मीर के भारत में विलय की पूरी कहानी

Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

भोपाल में एमपी नगर में धंसी सड़क, 10 फीट का गड्डा, पटवारी ने कसा तंज

भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही किस धर्म की आबादी? क्या भविष्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे बहुसंख्यक!

बहला-फुसलाकर और लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने पर क्या है सजा? जानें कानून और BNS का प्रावधान

आयुष्मान कार्ड की लिमिट कब और कैसे होती है रिन्यू, जानिए पूरा प्रोसेस और जरूरी बातें