क्यों जरूरी है वीनिंग

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वीनिंग का मतलब होता है शिशु को माँ के दूध के साथ अन्य आहार देना। यह प्रक्रिया सामान्यतः छः माह पर शुरू की जाती है। शुरू के छः महीने में बच्चे की सभी जरूरतों की पूर्ति माँ के दूध से हो जाती है।

छः माह बाद सिर्फ माँ के दूध से शिशु की खुराक पूरी नहीं होती है। उसे जरूरी विटामिन्स जैसे (विटामिन ए व सी) तथा मिनरल जैसे आयरन की पूर्ति के लिए अन्य आहार पर निर्भर रहना पड़ता है। 8-10 माह पर धीरे-धीरे आप शिशु को अधिक गाढ़े पदार्थ दे सकते हैं।

अब शिशु को मैश (मसला हुआ) किया हुआ खाना देने की बजाय छोटे टुकड़े में कि‍या हुआ खाना देना बेहतर होता है। आठ-नौ माह बाद शिशु का आहार ऐसा हो कि उसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फैट, विटामिन, मिनरल्स तथा अन्य पौष्टिक पदार्थ बराबर मात्रा में मिलें। इसके लिए यह जरूरी है कि शिशु के आहार में विविधता हो।
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