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क्या आपका बच्चा भी हकलाता है? तो ट्राई करें ये 7 टिप्स

बच्चे के बोलने में होती है दिक्कत तो जानें इस समस्या का हल

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WD Feature Desk

, रविवार, 19 मई 2024 (08:05 IST)
Stuttering Child
Stuttering Child : हकलाना बच्चों में एक आम समस्या है, जो आमतौर पर 2 से 5 साल की उम्र के बीच शुरू होती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें बच्चे के बोलने में दिक्कत होती है, जैसे कि शब्दों को दोहराना, खींचना या अटकना। ALSO READ: अगर आपका बच्चा भी मोबाइल में घुसा रहता है तो ये हैं उपाय
 
हालांकि, ज्यादातर बच्चे हकलाने से कुछ समय बाद खुद ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ बच्चों को इस समस्या से जूझना पड़ता है। अगर आपके बच्चे को भी हकलाने की समस्या है, तो घबराएं नहीं। कुछ टिप्स की मदद से आप अपने बच्चे को इस समस्या से उबरने में मदद कर सकते हैं। ALSO READ: क्या आपका बच्चा भी चूसता है अंगूठा तो हो सकती हैं ये 3 समस्याएं
 
1. धैर्य रखें:
हकलाने से जूझ रहे बच्चे को धैर्य और समझ की जरूरत होती है। उन्हें बार-बार टोकने या उनकी बातों को पूरा करने की कोशिश न करें। उन्हें अपना समय लेने दें और अपनी बात कहने दें।
 
2. बच्चे की बातों को ध्यान से सुनें:
जब आपका बच्चा बोल रहा हो, तो उसकी बातों को ध्यान से सुनें। बीच में न बोलें और न ही उनकी बातों को पूरा करने की कोशिश करें। इससे उन्हें अपनी बात कहने में सहजता महसूस होगी।
 
3. बच्चे से धीरे-धीरे बात करें:
जब आप अपने बच्चे से बात कर रहे हों, तो धीरे-धीरे और स्पष्ट रूप से बात करें। इससे उन्हें आपकी बातों को समझने में आसानी होगी और उन्हें अपनी बात कहने में भी सहजता महसूस होगी।
 
4. बच्चे को बोलने के लिए प्रोत्साहित करें:
अपने बच्चे को बोलने के लिए प्रोत्साहित करें। उनसे सवाल पूछें, उनकी कहानियां सुनें और उन्हें अपनी राय व्यक्त करने का मौका दें। इससे उन्हें अपनी बोलने की क्षमता पर विश्वास बढ़ेगा।
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5. बच्चे को खेलने के लिए प्रोत्साहित करें:
खेलने से बच्चों के बोलने की क्षमता का विकास होता है। अपने बच्चे को ऐसे खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें जिसमें उन्हें बातचीत करने की जरूरत हो, जैसे कि रोल-प्लेइंग गेम्स, कहानी सुनाना और गाने गाना।
 
6. बच्चे को थेरेपी के लिए ले जाएं:
अगर आपके बच्चे की हकलाने की समस्या गंभीर है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो उन्हें स्पीच थेरेपी के लिए ले जाएं। स्पीच थेरेपिस्ट आपके बच्चे को हकलाने से उबरने में मदद कर सकते हैं।
 
7. बच्चे को सपोर्ट करें:
सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपने बच्चे को सपोर्ट करें। उन्हें बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं और उन पर विश्वास करते हैं। इससे उन्हें अपनी हकलाने की समस्या से जूझने में मदद मिलेगी।
 
याद रखें, हकलाना एक आम समस्या है और ज्यादातर बच्चे इससे कुछ समय बाद खुद ही ठीक हो जाते हैं। अगर आपके बच्चे को हकलाने की समस्या है, तो घबराएं नहीं। कुछ टिप्स की मदद से आप अपने बच्चे को इस समस्या से उबरने में मदद कर सकते हैं।
 
अगर आपको अपने बच्चे की हकलाने की समस्या को लेकर कोई चिंता है, तो डॉक्टर या स्पीच थेरेपिस्ट से सलाह लें।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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