बच्चों का दुश्मन डिहाइड्रेशन

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गर्मियों का मौसम उल्टी और दस्त से जुड़ी बीमारियाँ भी साथ लेकर आता है। भारत में गाँव और शहर दोनों ही जगह बच्चे इस समस्या से ग्रस्त होते हैं। गर्मियों में बच्चों में यह सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या होती है। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण दूषित पानी होता है। यह बीमारी उसी स्थिति में जानलेवा होती है जब इसके साथ रेस्पिरेटरी इंफेक्शन हो जाए।

डिहाइड्रेशन का मतलब होता है पानी की कमी। जब बच्चों को बार-बार उल्टी और दस्त होने लगते हैं तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ज्यादा पानी की कमी में ऊतक तक सूख जाते हैं। तीन से पाँच साल तक के बच्चों के लिए यह साक्षात मौत ही होती है।

ज्यादातर माता-पिता इसे बहुत हल्के तौर पर लेते हैं और यही वजह है कि हालात काफी बिगड़ जाते हैं। चिकित्सक बताते हैं कि पाँच साल से कम उम्र के 40 प्रतिशत बच्चों की मौत का कारण डिहायड्रेशन होता है।

इस उम्र के बच्चों वाले माता-पिता के लिए यह जानना आवश्यक है कि यह मौतें उल्टी-दस्त के कारण नहीं वरन्‌ उसकी वजह से हुए डिहायड्रेशन के कारण होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए जरूरी है कि अभिभावकों इस बारे में पूरी जानकारी हो। जैसे ही बच्चे को दस्त या उल्टी शुरू हो माता-पिता क्या सावधानी लेना शुरू कर दें? यह जानकारी होना जरूरी है।

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