ऐ माँ...!

Webdunia
- महेंद्र तिवारी
ND

आँचल में तेरे मुस्कुराता जीवन
तुझसे महकता सृष्टि का उपवन।

जहाँ में तेरा नहीं कोई सानी
फानी दुनिया तुझे नहीं पहचानी।

ईश्वर से बड़ा दर्जा तेरा
तुझसे जिंदा है वजूद मेरा।

पता होता तू रूठ जाएगी
अकेला मुझे यूँ छोड़ जाएगी।

.. तो नहीं करता तुझे नाराज
देखना न पड़ते दिन ये आज।

नहीं बनती जिंदगी जहर
न टूटता मुझ पर ये कहर।

काश! सुन लेता मालिक मेरा रोना
.. तो आबाद होता अपना भी अँगना।

तुझसे नहीं ‍मुझे कोई गिला
स्वर्ग-सा सुख तेरी गोद में मिला

तेरी रहमत ने कर दिया निहाल
कैसे दूँ तुम्हारी ममता की मिसाल।

Show comments

क्या होता है DNA टेस्ट, जिससे अहमदाबाद हादसे में होगी झुलसे शवों की पहचान, क्या आग लगने के बाद भी बचता है DNA?

क्या होता है फ्लाइट का DFDR? क्या इस बॉक्स में छुपा होता है हवाई हादसों का रहस्य

खाली पेट ये 6 फूड्स खाने से नेचुरली स्टेबल होगा आपका ब्लड शुगर लेवल

कैंसर से बचाते हैं ये 5 सबसे सस्ते फूड, रोज की डाइट में करें शामिल

विवाह करने के पहले कर लें ये 10 काम तो सुखी रहेगा वैवाहिक जीवन

21 जून योग दिवस 2025: अनुलोम विलोम प्राणायाम करने के 10 फायदे

मातृ दिवस और पितृ दिवस: कैलेंडर पर टंगे शब्द

हिन्दी कविता : पिता, एक अनकहा संवाद

वर्ल्ड म्यूजिक डे 2025 : संगीत का साथ मेंटल हेल्थ के लिए इन 7 तरीकों से है फायदेमंद