औरत का सच्चा रूप है माँ

गायत्री शर्मा
NDND
बचपन में लोरियाँ सुनाती माँ
हर आहट पर जाग जाती माँ
आज गुनगुनाती है तकिये को लेकर
भिगोती है आँसू से उसे बेटा समझकर

स्कूल जाते समय प्यार से दुलारती माँ
बच्चे के आने की बाट जोहती माँ
अब रोती है चौखट से सर लगाकर
दुलारती है पड़ोस के बच्चे को करीब बुलाकर

कल तक चटखारे लेकर खाते थे दाल-भात को
और चुमते थें उस औरत के हाथ को
आज फिर प्यार से दाल-भात बनाती है माँ
बच्चे के इंतजार में रातभर टकटकी लगाती माँ

लाती है 'लाडी' बड़े प्यार से लाडले के लिए
अपनी धन-दौलत औलाद पर लुटाती माँ
आज तरसती है दाने-पानी को
यादों और सिसकियों में खोई रहती माँ

लुटाया बहुत कुछ लुट गया सबकुछ
फिर भी दुआएँ देती है माँ
प्यार का अथाह सागर है वो
औरत का सच्चा रूप है माँ
औरत का सच्चा रूप है माँ ....

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

खुद की तलाश में प्लान करें एक शानदार सोलो ट्रिप, ये जगहें रहेंगी शानदार

5 हजार वर्ष तक जिंदा रहने का नुस्खा, जानकर चौंक जाएंगे Video

योग के अनुसार प्राणायाम करने के क्या हैं 6 चमत्कारी फायदे, आप भी 5 मिनट रोज करें

दाबेली महाराष्ट्र की या गुजरात की, किसका दावा है सही?

एलोवेरा के साथ मिलाकर लगाएं ये चीजें, मजबूत होंगे बाल, आ जाएगी गजब की शाइन

सभी देखें

नवीनतम

यीशु मसीह की 10 प्रमुख कहानियां और उनका संदेश

विश्व लिवर दिवस पर जानिए इस दिन का महत्व, क्या है 2025 की थीम

टीचर और छात्र का चटपटा जोक : कौन सा कीड़ा गर्मी में सबसे ज्यादा उड़ता है?

इन टेस्ट से करें लिवर की हिफाजत, समय रहते पहचानें बीमारियों का खतरा

विश्व यकृत दिवस 2025: जानें लिवर रोग के कारण, निवारण और उपचार