मातृ दिवस : मां पर हिन्दी कविता

शम्भू नाथ
लाल पे दुख आने न देती 
खोती नहीं है क्षमता मन की 
सबसे बड़ी है ममता मां की 
 
खुद भूखे सो जाती मां है 
बच्चे का पेट तो भरती है 
पालन पोषण देख-रेख सब 
सच्चे मन से करती है
बच्चों को सब खुशियां देती 
सुध न रखती अपने तन की 
सबसे बड़ी है ममता मां की
 
संस्कार का पाठ पढ़ाती 
सही नियम की रीति बताती  
कष्ट कोई आने न देती 
सीने से मां ही चिपकाती 
 
क्षमाशील मां इतनी होती है 
फिकर है करती पल-पल की 
सबसे बड़ी है ममता मां की 
Show comments

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमने तो इन 6 बातों का रखें ध्यान

कार्ल मार्क्स: सर्वहारा वर्ग के मसीहा या 'दीया तले अंधेरा'

राजनीति महज वोटों का जुगाड़ नहीं है

जल्दी निकल जाता है बालों का रंग तो आजमाएं ये 6 बेहतरीन टिप्स

मॉरिशस में भोजपुरी सिनेमा पर व्‍याख्‍यान देंगे मनोज भावुक

गर्मी के मौसम में कितनी बार सनस्क्रीन लगाना चाहिए, जानिए सही समय

अगला लेख