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National Mountain Climbing Day : भारत में माउंटेन क्लाइंब के 10 बेस्ट स्पॉट

हमें फॉलो करें National Mountain Climbing Day : भारत में माउंटेन क्लाइंब के 10 बेस्ट स्पॉट

अनिरुद्ध जोशी

एक 1 अगस्त को राष्ट्रीय पर्वतीय पर्वतारोहण दिवस (National Mountain Climbing Day) मनाया जाएगा। आइये जानते हैं माउंटेन क्लाइंब करने के बेस्ट 10 स्पॉट।
 
 
1. लद्दाख : लद्दाख एक ऊंचा पठार है जिसका अधिकतर हिस्सा 3,500 मीटर (9,800 फीट) से ऊंचा है। यह हिमालय और काराकोरम पर्वत श्रृंखला और सिन्धु नदी की ऊपरी घाटी में फैला है। करीब 33,554 वर्गमील में फैले लद्दाख में बसने लायक जगह बेहद कम है। यहां हर ओर ऊंचे-ऊंचे विशालकाय पथरीले पहाड़ और मैदान हैं। यहां पर लेह इलाके में आप माउंटेन क्लाइंब कर सकते हो।
 
2. नंदा देवी : उत्तराखंड में नंदा देवी पर्वत भारत की दूसरी एवं विश्व की 23वीं सर्वोच्च चोटी है। नंदा देवी पर्वत लगभग 25,643 फीट ऊंचा है। यहां जितना रोमांच है उतना ही खतरा भी।
 
 
3. चांगलांग : अरुणाचल में है चांगलांग नामक स्थान जहां कई ऊंचे ऊंचे पहाड़ है जिसमें से प्रसिद्ध है नेमपोंग (Nampong)। यह माउंटेन लगभग 308 मीटर (1,010 ft) ऊंचा है। हालांकि यहां पर इससे भी ऊंचे ऊंचे पर्वत हैं शिलिंग माउंटेन ( Shining Mountain ) जो लगभग 22,520 फीट ऊंचा है।
 
4. सिक्किम : पूर्वोत्तर भारत में सिक्किम को पर्वतारोहरण के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है। यहां छोटी और आसान चोटियों के साथ ही खतरों से भरी चोटियां भी हैं। पर्वतारोहण के लिए सिक्किम में आसपास की कुछ लोकप्रिय चोटियों में माउंट जोपुनो ( Mount Jopuno ) और माउंट पांडिम (Mount Pandim) शामिल हैं। माउंट जोपुनो लगभग 5603 मीटर ऊंचा और माउंट पांडिम 6,691 मीटर ऊंचा है।
 
 
5. दूनागिरी : उत्तराखंड में दूनागिरी ( Dunagiri ) पर चढ़ना भी कम रोमांच भरा नहीं है। जितना रोमांच है उतना ही खतरा भी। यह पहाड़ लगभग 7,066 मीटर ऊंचा है। देहरादून पहुंचकर यहां पर टैक्सी द्वारा पहुंचा जा सकता है।
 
6. कामेत : उत्तराखंड में कामेत या कैमेट ( Kamet ) की ऊंचाई लगभग 7,756 मीटर है। सभी रोमांच चाहने वालों के लिए ये एकदम सही है। यह पर्वत एक पिरामिड की तरह प्रतीत होता है। इसकी सुंदता और यहां के मनोरम दृश्य आपके रोमांच को बढ़ा देंगे।
 
 
7. हनुमान टिब्बा : धौलाधार रेंज में स्थित, हनुमान टिब्बा हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची पर्वत चोटियों में से एक है। यह लगभग 5,982 मीटर ऊंचा है। यहां का अभियान सोलंग घाटी से शुरू होता है और जब आप रास्ते में होंगे तो आपको देवदार के पेड़, जंगली फूल और ढेर सारी बर्फ मिलेगी। चुनौतीपूर्ण और जीवन को बदलने वाले अनुभव चाहते हैं तो यहां जरूर जाएं।
 
8. माउंट एवरेस्ट : हिमालय में ही विश्‍व की सबसे ऊंची चोटी गौरीशंकर (mount everest) है। एवरेस्ट एशिया महाद्वीप में है और हिमालय का हिस्सा है। यह नेपाल और चीन की सीमा पर मौजूद है। यह पहाड़ 8,848 मीटर ऊंचा है। इस पर चढ़ने का सपना हर पर्वतारोही का होता है, परंतु यहां बहुत कम ही चढ़ पाते हैं। हालांकि इसका क्षेत्र भारत में नहीं आता है फिर भी यहां पर इसका नाम लिखना आवश्यक महसूस हुआ, क्योंकि भारत और नेपाल से यहां पर बहुत लोग जाते हैं।
 
9. कंचनजंगा : इसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है। एशिया में स्थित यह पर्वत हिमालय का भाग है। यह नेपाल और भारत की सीमा पर है।
 
10. मियार घाटी : हिमाचल में मियार घाटी में रॉक क्लाइम्बिंग का मजा ही कुछ और है। प्राकृतिक परिवेश और रोमांचकारी चुनौती से यात्रा दिलचस्प बन जाती है। मियार घाटी में पहाड़ या रॉक क्लाइम्बिंग शौकीनों और अनुभवी पर्वतारोहियों दोनों के लिए आदर्श है। यहां फूलों की घाटी भी पास में स्थित है।
 
 
इसके अलावा : अरावाली पर्वत श्रृंखला में प्रमुख चोटियां हैं जो 1 हजार से 2 हजार मीटर के बीच ऊंची हैं। इसी तरह विंध्याचल पर्वतमाला, सतपुड़ा पर्वतमाला, मलयगिरि, महेन्द्राचल, शुक्तिमान, सह्याद्रि पर्वतमाला आदि पर्वतमालाओं में भी कई ऊंची ऊंची चोटियां हैं।

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