दीपिका पादुकोण को अब तक एक ‘प्राइड जैस्चर’ के साथ देखा है। एक ऐसा भाव जो उनकी खूबसूरती को नमक जितनी मात्रा में गरिमा प्रदान करता है। एक बेहद आत्मविश्वासी और सेल्फमेड। किसी भी स्त्री या पुरुष के चेहरे पर यकीनन उसकी शोहरत की चमक बरबस ही नजर आ सकती है, लेकिन ‘प्राइड’ और ‘ग्रेस’ हर किसी को हासिल नहीं होता। यह प्राइड दीपिका के चेहरे पर नजर आता है, अपने संपूर्ण स्त्रीत्व के साथ।
एक स्त्री के चेहरे पर यह प्राइड बहुत सारी चीजों का प्रतीक होता है। उनकी फिल्म पदमावत में शायद यही प्राइड उनकी यूएसपी बना था।
लेकिन 25 सितंबर को जब वो गोवा से मुंबई पहुंची तो वो और उनके पति रणवीर सिंह जिस तरह कार में टूटे हुए और शिकन लिए नजर आए, वो ज्यादातर लोग अपने लिए खुद की निजी जिंदगी में देखना नहीं चाहेंगे। दूसरे दिन वो अपने घर से एनसीबी मुख्यालय पहुंची तो इस बार रणवीर सिंह उनके साथ नहीं थे। इस बार वो ज्यादा अकेली और पहले दिन से ज्यादा डाउन थीं।
दरअसल, ड्रग्स में नाम आने के बाद उन्हें लगे सदमे से इनकार नहीं किया जा सकता, वो सक्ते में तो हैं ही, लेकिन इंडियन पैपराजी ने उनके प्राइड को छीनने में ज्यादा बडी भूमिका निभाई है। दीपिका पर ड्रग्स के आरोप हैं, निश्चित तौर पर उनकी जांच होनी चाहिए, लेकिन दुनिया के किसी भी सिस्टम के पास किसी भी स्त्री का कमाया हुआ उस का प्राइड छीनने का हक नहीं होना चाहिए। भारत की मीडिया प्रैक्टिस ने यही काम किया है।
एक इंटरव्यू में दीपिका से पूछा गया था कि वो सिनेमा में किस के किरदार में खुद को देखना चाहेंगी तो उनका जवाब था, प्रिसेंस ऑफ वेल्स डायना। दीपिका के बारे में कहा जाता है कि वो प्रिसेंस डायना को फॉलो करती हैं, उनके वीडियो देखती हैं। वही प्रिसेंस डायना जो मीडिया ट्रायल की इसी प्रैक्टिस की वजह से मौत की आगोश में चली गई थीं।
अपनी टीआरपी और एक्सक्लूसिव्स के लिए पैपराजी ने डायना की जिंदगी में इतनी घुसपैठ की थी कि एक्सीडेंट में उनकी जान ही चली गई थी।
उस दौर में वो प्रिसेंस या एक महिला भी नहीं रही थी। एक सबसे ज्यादा एक्सक्लूसिव और सबसे ज्यादा बिकने वाला चेहरा हो गई थी। डायना के भाई ने आरोप भी लगाया था कि मीडिया ने उनकी जान ले ली।
दीपिका डायना तो नहीं है, लेकिन भारतीय मीडिया वल्चर के लिए वो आज सबसे ज्यादा बिकने वाली स्टोरी तो है ही। ऐसे में भले ही दीपिका डग्स में आरोपी हों, लेकिन इसकी वजह से अप्रत्यक्ष रूप से उनकी जान लेने कोशिश तो नहीं ही होना चाहिए।
आखिर कौन हैं ये पैपराजी?
सेलिब्रटीज की पब्लिक और निजी जिंदगी में घुसपैठ कर उनकी हर तस्वीर को कैप्चर करने वाले फोटोग्राफर्स को पैपराजी कहा जाता है। इनकी कोशिश होती हैं कि इस तरह के बडे सितारों के रेस्तरां की तस्वीरें, जिम लुक, एयरपोर्ट लुक से लेकर उनके बैडरूम तक की तस्वीरें लें ले। वे अपने घर में, बेडरूम में, बगीचे में क्या करते हैं, क्या पहन रहे हैं, वे कहां पार्टी कर रहे हैं यह सब जानना और पब्लिश करना इनका नशा है।
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