हमें सुंदर और सकारात्मक खबरों की ज़रूरत है

रीमा दीवान चड्ढा
ज़िंदगी तो वही है कुछ अच्छी बातें हैं तो कुछ बुरा भी है पर यह क्या, हम बुराईयों को ,गलतियों को ,नकारात्मक बातों को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत करते हैं। पत्रकारिता का एक ध्येय कमियों को ,खामियों को बतलाना है.....वह इसलिए ताकि व्यवस्था में सुधार हो ,कमियां पता चले ,दोष दूर हो....पर नकारात्मक समाचारों ने हमारे दिल-दिमाग पर कब्ज़ा कर लिया है। दुनिया में इतना बुरा हो रहा है हमसे भी ज़रा सी गलती हो गई तो क्या हुआ ....इस नज़रिये के बजाय ज़रूरत है यह सोचने की कि इतनी अच्छी बातों में ,इतने सत्कर्मों में हम कहां हैं....ये लोग इतना अच्छा कर रहे हैं तो हम क्यों नहीं .....हमने क्यों नहीं सोचा,हमें भी कुछ अच्छा करना है ...


अच्छाईयों का विस्तार करें ,नेकियों के बीज बोएं ,मदद के लिए हाथ बढ़ाएं,व्यवस्था को कोसने के बजाय व्यवस्था को बदलने में मददगार बनें। अच्छी खबरों की बहुत ज़रूरत है हमें,सकारात्मक खबरों की ज़रूरत है हमें,सुंदर सोच की ज़रूरत है, काले धन को हटाने की जितनी बड़ी ज़रूरत है उतनी ही ज़रूरत काले मन को साफ करने की भी है तो आइए एक अभियान हम भी शुरू करें ....अच्छी खबरों को,सकारात्मक बातों को फैलाने का अभियान........

Show comments

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमने तो इन 6 बातों का रखें ध्यान

गर्मी में फलों की कूल-कूल ठंडाई बनाने के 7 सरल टिप्स

घर में नहीं घुसेगा एक भी मच्छर, पोंछे के पानी में मिला लें 5 में से कोई एक चीज

क्या कभी खाया है केले का रायता? जानें विधि

जीने की नई राह दिखाएंगे रवींद्रनाथ टैगोर के 15 अनमोल कथन

आत्मकथा : मेरी अपनी कथा-कहानी

अगला लेख