तिरूपति लड्डू के कारण 140 करोड़ का घाटा

Webdunia
सोमवार, 20 फ़रवरी 2017 (09:16 IST)
तिरूपति। भगवान वेंकटेश्वर के पर्वतीय मंदिर को पिछले तीन वर्षों में प्रसिद्ध ‘तिरूपति लड्डू’ के कारण 140 करोड़ रुपए से अधिक की हानि हुई। ऐसा लड्डू के रियायती दर और कुछ श्रद्धालुओं को इसे मुफ्त में बांटने के कारण हुआ।
 
मंदिर के सूत्रों ने बताया कि तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) पिछले 11 वर्षों से 25 रुपए प्रति लड्डू की रियायती दर से यह स्वादिष्ट मिठाई बेचता है जबकि इसकी वास्तविक लागत 32.50 रुपए प्रति लड्डू है।
 
तिरूमाला के निकट मंदिर के नजदीक विशाल रसोईघर में बनाए जाने वाले लड्डू की श्रद्धालुओं में बहुत अधिक मांग होती है, जो देश के विभिन्न हिस्सों से साल भर यहां पहुंचते हैं।
 
सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2016 में करीब दस करोड़ लड्डू बिके। रियायती दर पर लड्डू बेचने से तो भार पड़ता ही है। साथ ही निशुल्क दर्शन करने वाले और कई घंटों तक कतारों में प्रतीक्षा करने वाले श्रद्धालुओं को प्रति लड्डू दस रुपए की दर से दिया जाता है, जिससे करीब 23 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। इसके अलावा करीब 11 किलोमीटर पैदल चलकर आने वाले श्रद्धालुओं को एक-एक लड्डू मुफ्त में दिया जाता है, जिससे सलाना 22.7 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

मालेगांव विस्फोट मामला : 17 साल बाद सुनवाई पूरी, 323 गवाह, 34 बयान से पलटे, NIA की अदालत ने क्या सुनाया फैसला

BJP सांसद निशिकांत दुबे ने SC पर उठाए सवाल, धार्मिक युद्ध भड़का रहा सुप्रीम कोर्ट, बंद कर देना चाहिए संसद भवन

1 साल तक नियमित बनाए शारीरिक संबंध, मैसेज ने उड़ाए होश, ब्वॉयफ्रेंड निकला भाई

Mustafabad Building Collapse : कैसे ताश के पत्तों की तरह ढह गई 20 साल पुरानी 4 मंजिला इमारत, 11 की मौत, चौंकाने वाला कारण

क्या Maharashtra में BJP पर भारी पड़ेगा हिन्दी का दांव, क्या 19 साल बाद उद्धव और राज ठाकरे फिर होंगे एकसाथ

सभी देखें

नवीनतम

भारत आएंगे अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस, कब होगी PM मोदी से मुलाकात, जानिए पूरा शेडयूल

निशिकांत दुबे के बिगड़े बोल, चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त थे एसवाय कुरैशी

MP : सीहोर के बाजार में आग लगने से 6 दुकानें खाक, दिग्विजय ने क्‍यों साधा शिवराज पर निशाना

LIVE: बक्सर में बोले मल्लिकार्जुन खरगे, कुर्सी के लिए साथ हैं मोदी और नीतीश

विदेशी निवेशकों का बदला मूड, FPI ने शेयर बाजार में डाले 8500 करोड़ रुपए

अगला लेख