नई दिल्ली। एक नए सर्वेक्षण के अनुसार भारत में करीब 16 प्रतिशत बुजुर्ग महिलाओं ने दुर्व्यवहार का सामना किया है और उनमें से ज्यादातर मामले शारीरिक हिंसा के होते हैं और उसके बाद अपमान और मनोवैज्ञानिक दुर्व्यवहार के मामले होते हैं। बुधवार को प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस गुरुवार को मनाया जाएगा। गैर सरकारी संगठन हेल्पएज इंडिया की रिपोर्ट वीमेन एंड एजिंग : इनविजिबल ऑर एम्पावर्ड? उसके एक दिन पहले जारी की गई है। इसमें मई से जून तक एक महीने के दौरान 60-90 वर्ष की आयु वर्ग की 7,911 महिलाओं को सर्वेक्षण में शामिल किया गया।
गैर-लाभकारी संगठन ने विभिन्न सामाजिक-आर्थिक श्रेणियों को शामिल करते हुए 20 राज्यों, दो केंद्र शासित प्रदेशों और पांच महानगरों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र दोनों की प्रतिभागियों के बीच सर्वेक्षण किया।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 16 प्रतिशत वृद्ध महिलाओं को दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। उनमें से करीब 50 प्रतिशत महिलाओं को शारीरिक हिंसा का सामना करना पड़ा जबकि 46 प्रतिशत बुजुर्ग महिलाओं को अपमान झेलना पड़ा वहीं 40 प्रतिशत प्रतिभागियों को भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक शोषण का सामना करना पड़ा।
सर्वेक्षण में शामिल कुल 40 प्रतिशत महिलाओं ने अपने बेटों को दोषी ठहराया जबकि 31 प्रतिशत ने अपने रिश्तेदारों और 27 प्रतिशत ने अपनी बहुओं को दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार बताया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये आंकड़े चिंताजनक हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि दुर्व्यवहार के बावजूद ज्यादातर बुजुर्ग महिलाओं ने डर के कारण पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)