Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

लद्दाख में दुर्घटना में 2 JCO की गई जान, सेना ने दी श्रद्धांजलि

एक अधिकारी ने बताया कि न्योमा इलाके में एक कैंप में पानी की टंकी फटने से सूबेदार संतोष कुमार और नायब-सूबेदार सुनील कुमार की मौत हो गई।

Advertiesment
हमें फॉलो करें लद्दाख में दुर्घटना में 2 JCO की गई जान, सेना ने दी श्रद्धांजलि

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

लेह , मंगलवार, 18 फ़रवरी 2025 (19:08 IST)
2 JCOs died: लद्दाख (Ladakh) में एक दुर्घटना में 2 जूनियर कमीशंड अधिकारियों (JCOs) की मौत हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सेना ने कर्तव्य पालन के दौरान प्राण न्योछावर करने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक अधिकारी ने बताया कि न्योमा इलाके में एक कैंप में पानी की टंकी फटने से सूबेदार संतोष कुमार और नायब-सूबेदार सुनील कुमार की मौत हो गई। यह क्षेत्र लेह से 150 किलोमीटर दूर दक्षिणी लद्दाख में स्थित है। उन्होंने बताया कि यह घटना रविवार को हुई थी और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।ALSO READ: LOC Tension : एलओसी पर तनातनी का माहौल, भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब के लिए तैयार, क्या दु‍आ मांग रहे हैं लाखों लोग
 
शहीद सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को नमन किया : उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार ने शहीद सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को नमन किया। उत्तरी कमान ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि लेफ्टिनेंट जनरल कुमार और ध्रुव कमान के सभी सैनिक लद्दाख में कर्तव्य पालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर योद्धा सूबेदार संतोष कुमार और नायब-सूबेदार सुनील कुमार के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं।ALSO READ: बारामुल्ला के पास सेना की गोलीबारी की घटना में ट्रक चालक की मौत, सेना ने जारी किया बयान
 
शोक-संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना : लेह स्थित आग और रोष बल ने दोनों जेसीओ की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि जनरल ऑफिसर कमांडिंग, आग और रोष बल और सभी रैंक सूबेदार संतोष कुमार और नायब-सूबेदार सुनील कुमार के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं और इस दुखद घड़ी में शोक-संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।(भाषा)(सांकेतिक चित्र)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Ukraine को उसकी ही शांति वार्ता में नहीं बुलाया, इतिहास में ऐसे ढेरों उदाहरण, परिणाम विनाशकारी