काले धन को सफेद बनाने का खेल, 200 पार्टियों ने कभी नहीं लड़ा चुनाव...

Webdunia
गुरुवार, 8 दिसंबर 2016 (11:04 IST)
नई दिल्ली। भारतीय चुनाव आयोग ने एक बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया भारत में 1900 राजनीतिक दल हैं, जिनमें से 400 पार्टियों ने कभी चुनाव लड़ा ही नहीं है। उन्होंने कहा, ये मुमकिन है कि ऐसे राजनीतिक दलों का इस्तेमाल काले धन को सफेद बनाने के लिए किया जा रहा हो।
 
अंग्रेजी अखबार के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बताया कि चुनाव आयोग अब ऐसी पार्टियों के नाम अपनी सूचियों से काटने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है ताकि ऐसे पार्टियों का इस्तेमाल देश के काले धन को छिपाने के लिए इस्तेमाल की आशंका के खत्म किया जा सके।
 
जैदी ने बताया कि ऐसे दलों के नाम चुनाव आयोग की सूची से हटाने के बाद इन्हें आयकर में छूट नहीं मिलेगी, जो उन्हें राजनीतिक दल होने की वजह से मिलती आ रही है।
 
जब मुख्य चुनाव आयुक्त से पूछा गया कि इन पार्टियों का रजिस्ट्रेशन अभी तक रद्द क्यों नहीं किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की प्रक्रिया लंबी होती है। हमें यह करना ही है लेकिन फिलहाल पार्टियों की अनियमितता को देखते हुए त्वरित उपाय के तौर पर।
 
यह पूछे जाने पर कि चुनाव आयोग ने अभी तक इन पार्टियों का पंजीकरण रद्द क्यों नहीं किया, जैदी ने कहा पंजीकरण रद्द करना एक लंबी प्रकिया है। अंत में तो हमें यह करना ही है, लेकिन फिलहाल इस अनियमितता को देखते हुए त्वरित उपाय के तौर पर यह कार्रवाई की जा रही है।
Show comments

CM सिद्धारमैया ने बताई अपनी प्रेम कहानी, क्या उन्हें मिल पाया अपना प्यार?

गर्मी ने बढ़ाया पानी का संकट, जलाशयों के जल स्तर में भारी गिरावट

मैं ठीक हूं, बुद्धि का इस्तेमाल करें भाजपा नेता : नवीन पटनायक

गोलगप्पों के लिए खूनी खेल, घर की छत से चली ताबड़तोड़ गोलियां, वीडियो हुआ वायरल

Porsche car accident Pune: सबूत छिपाने की कोशिश, आरोपी का पिता न्यायिक हिरासत में

पंजाब में मादक पदार्थ तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़, पाकिस्‍तानी तस्‍करों से जुड़े 7 लोग गिरफ्तार

Delhi Hospital Fire Case : उपराज्यपाल सक्सेना ने मुख्य सचिव को दिए जांच के निर्देश

live : cyclone remal की आहट, कोलकाता एयरपोर्ट बंद, ओडिशा में बारिश

अमित शाह ने बताया, क्या है पीएम मोदी और राहुल गांधी में अंतर?

राहुल का पीएम मोदी पर आरोप, 22 लोगों का 16 लाख करोड़ कर्ज माफ, हिमाचल को नहीं दिए 9,000 करोड़

अगला लेख