देश में 3 वर्षों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 90174 मामले दर्ज, सरकार ने जारी किए आंकड़े

Webdunia
शुक्रवार, 17 मार्च 2023 (18:43 IST)
नई दिल्ली। देश में पिछले करीब 3 वर्ष में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 90174 मामले दर्ज किए गए, जिसमें दहेज उत्पीड़न के 1096 मामले और बलात्कार/ बलात्कार की कोशिश से जुड़े 4873 मामले शामिल हैं। लोकसभा में हाजी फजलुर रहमान के प्रश्न के लिखित उत्तर में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने यह जानकारी दी।

ईरानी ने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग के रिकॉर्ड के अनुसार वर्ष 2020 में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 23719 मामले, वर्ष 2021 में 30863 मामले, वर्ष 2022 में 30956 मामले दर्ज किए गए। वर्ष 2023 में 8 मार्च तक महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 4636 मामले दर्ज किए गए हैं।

लोकसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री द्वारा पेश आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में दहेज उत्पीड़न के 1096 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें वर्ष 2020 में 330 मामले, वर्ष 2021 में 341 मामले, वर्ष 2022 में 357 मामले तथा 2023 में 8 मार्च तक 41 मामले शामिल हैं।

वहीं वर्ष 2020 में बलात्कार/ बलात्कार की कोशिश से जुड़े 1236 मामले, वर्ष 2021 में 1681 मामले, वर्ष 2022 में 1710 मामले तथा 023 में 8 मार्च तक ऐसे 246 मामले दर्ज किए गए।

ईरानी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार प्रभावी कदम उठाती है जिसमें पुलिस के साथ समन्वय, विदेशी दूतावास से सहायता लेना, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण से सहायता प्राप्त करना, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से मदद प्राप्त करना और कानूनी परामर्श देना आदि शामिल हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?