कठुआ ऑपरेशन में कुल 9 की मौत, इनमें 5 आतंकवादी और 4 जवान
मारे गए आतंकवादी सन्याल से भागने वाले या किसी नए ग्रुप का हिस्सा, इसका जवाब आना बाकी
Operation against terrorists in Kathua: जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 4 पुलिस कर्मियों की जान चली गई। इस अभियान में 5 आतंकी भी मारे गए, जबकि कुछ भागने में कामयाब रहे हैं। मारे गए पुलिसकर्मियों की संख्या की पुष्टि होना बाकी है, जबकि आतंकियों के शवों की तलाश सुबह से की जा रही है। वैसे अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मारे जाने वाले आतंकी सन्याल से भागने वाले ही हैं या फिर आतंकियों का कोई दूसरा ग्रुप है क्योंकि खुफिया एजेंसियों ने 10 से 12 आतंकियों की घुसपैठ की सूचना दी है।
फिर शुरू हुआ ऑपरेशन : इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के सुदूर जंगली इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियान फिर से शुरू किया गया था। एक दिन पहले वहां मुठभेड़ में तीन आतंकवादी और इतने ही पुलिसकर्मी मारे गए थे। बाद में एक लापता जवान का शव मुठभेड़स्थल पर देखा गया जबकि 5 आतंकियों के शवों को ड्रोन द्वारा देखा जाने का दावा किया गया।
गुरुवार को मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत 7 अन्य घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि रात में रुकने के बाद, सुबह होते ही तलाशी दल अलग-अलग दिशाओं से निकल पड़े। उनका मुख्य ध्यान मृतकों के शवों को बरामद करने, लापता पुलिसकर्मी को खोजने और किसी भी अन्य खतरे को बेअसर करने पर था। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल लक्षित क्षेत्र की ओर सावधानी से बढ़ रहे हैं, लेकिन आतंकवादियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। ऐसा माना जा रहा है कि सभी आतंकवादी मारे गए हैं।
कुछ आतंकवादी भागे : हालांकि, ड्रोन के जरिए 5 आतंकवादियों के शव ही देखे जा सके और यह भी दावा किया जा रहा हे कि कुछेक भागने में भी कामयाब रहे हैं। राजबाग के घाटी जूथाना इलाके में जखोले गांव के पास आतंकवादियों के खिलाफ अभियान गुरुवार सुबह करीब 8 बजे शुरू हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से घुसपैठ करने वाले संदिग्ध पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JEM) आतंकवादियों के एक समूह के खिलाफ पुलिस के नेतृत्व में अभियान तेज किया गया है।
वैसे अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह वही समूह था जो हीरानगर के सान्याल जंगल में पहले की घेराबंदी से बच रहा था या घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों का कोई अन्य समूह था। यह मुठभेड़ सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, सीमा सुरक्षा बल, पुलिस, विशेष अभियान समूह और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सहित कई सुरक्षा बलों द्वारा 5 दिनों तक चलाए गए गहन तलाशी अभियान के बाद हुई है।
रविवार को बिगड़ी स्थिति : रविवार को स्थिति तब और बिगड़ गई जब गोलीबारी हुई और बाद में मंगलवार को एक स्थानीय निवासी ने इलाके में भोजन करते समय पानी की तलाश कर रहे सेना की वर्दी पहने दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि की सूचना दी। गुरुवार को पुलिस बलों ने जंगलों के अंदर जाकर मुठभेड़ की, जहां उनका सामना भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों से हुआ। भीषण गोलीबारी के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया, लेकिन आतंकवादियों को मार गिराए जाने से पहले चार पुलिसकर्मियों की जान चली गई। ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि दुर्गम इलाका और सशस्त्र आतंकवादियों की मौजूदगी के कारण शहीद अधिकारियों के शवों को निकालना चुनौतीपूर्ण बना हुआ था।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala `