कानपुर देहात के परौंख गांव में अगर आपकी रिश्तेदारी है या फिर आपका गांव है और 3 जून को प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को देखने के लिए अगर आप अपने गांव या फिर रिश्तेदारों के यहां जाने का विचार कर रहे हों तो विचार को मन से निकाल दें, क्योंकि राष्ट्रपति के कार्यक्रम के चलते परौंख गांव में प्रवेश करना आपके लिए आसान नहीं होगा।
वहीं अगर सूत्रों की मानें तो सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहीं एजेंसियां व पुलिस प्रशासन ग्रामीणों को पहले ही मौखिक रूप से हिदायत दे चुके हैं। सुरक्षा की दृष्टि से गांव के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा एजेंसी व पुलिस की कड़ी निगरानी है।
चौपाल लगाकर दी गई हिदायत : राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को करीब से देखने की उत्सुकता इतनी है कि गांव की बहन-बेटियां,रिश्तेदार खुद को रोक नहीं पा रहे हैं और गांव पहुंचने का सिलसिला जारी है।जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियां व पुलिस प्रशासन बेहद सख्त हो गया है।
सूत्रों की मानें तो प्रधान, कोटेदार और आशा बहू के साथ चौपाल में पुलिस ने साफ हिदायत दी गई है कि 3 जून तक रिश्तेदारों को मना ही कर दें कि वह गांव नहीं आएं।सुरक्षा कारणों के चलते समस्या न हो, इसलिए ऐसा फैसला लिया गया।लेकिन फिर भी बाहरी व्यक्तियों का गांव में पहुंचने का सिलसिला जारी है जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियां बेहद सख्त हो गई हैं और बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति को कड़े सत्यापन से गुजारना पड़ रहा है।
2 मुख्य मार्ग ही खोले गए : राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को एकसाथ देखने के लिए ग्रामीणों के रिश्तेदारों में बेहद उत्साह देखा जा रहा है जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन बेहद सख्त हो गया है और सुरक्षा की दृष्टि से परौंख गांव के सभी मार्गों को बंद करके आवागमन के लिए केवल दो मुख्य मार्गों को ही खुला रखा गया है। उनमें भी बैरिकेडिंग के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।