नई दिल्ली। कोरोना संकट से उबरने के बाद दो साल बाद रविवार से एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं शुरू होने जा रही हैं। इसके लिए देश के हवाईअड्डे और एयरलाइन कंपनियां पूरी तरह से तैयार हैं। एक हफ्ते में 40 देशों के लिए 66 विमान कंपनियों की 3249 उड़ानें संचालित होगी।
अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने से इस क्षेत्र को विकास की उड़ान भरने में मदद मिलेगी। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को उम्मीद है कि नियमित अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा फिर शुरू होने के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय उछाल आएगा।
दोबारा अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने को लेकर भारतीय एयरलाइन कंपनियों के साथ ही अमीरात, वर्जिन अटलांटिक सहित विभिन्न विदेशी एयरलाइन कंपनियां भी उत्साहित हैं।
नियमित अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने के साथ ही एयर बबल व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। कोरोना के मामलों में गिरावट के मद्देनजर सरकार ने आठ मार्च को 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं को फिर शुरू करने की घोषणा की थी।
मास्क पहनना जरूरी : एयरपोर्ट अथॉरिटी ने PPE किट पहनने जैसी सभी पाबंदियां हटा दी हैं। मेडिकल इमरजेंसी के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में तीन सीटों को खाली रखने की भी अब आवश्यकता नहीं है। हालांकि यात्रा के दौरान अभी भी मास्क पहनना जरूरी रहेगा।
कोरोना महामारी के दौरान संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने 23 मार्च, 2020 को भारत में निर्धारित अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं को निलंबित करने का फैसला लिया था। हालांकि जुलाई 2020 से एयर बबल व्यवस्था के तहत भारत और 37 देशों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही है।