जम्मू। पाकिस्तानी सेना अपने जहां लांचिंग पैडों पर रूके पड़े आतंकियों को इस ओर धकेलने को कितनी उतावली है, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कल रात को उसने मच्छेल सेक्टर में 3 फुट की बर्फबारी के बीच आतंकियों को इस ओर धकेलने का प्रयास वहीं से किया जहां बीएसएफ तैनात है। हालांकि बीएसएफ जवानों ने गोलीबारी कर उन्हें भगा दिया।
कुपवाड़ा जिले के मच्छेल सेक्टर में एलओसी के पास रात को संदिग्ध गतिविधियों की आशंका के बाद सेना और सीमा सुरक्षाबल ने फायरिंग की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एलओसी के पास कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखीं गईं थीं, जिसके बाद जवानों ने फायरिंग की।
बीएसएफ के उप महानिरीक्षक आर मुथुकृष्णन ने बताया कि जवानों की फायरिंग के बाद दूसरी ओर से भी फायरिंग की गई, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण तलाशी अभियान नहीं चलाया जा सका। हालांकि जल्द से जल्द तलाशी शुरू की जाएगी। जानकारी के लिए आठ नवंबर को इसी सेक्टर में ही सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। हालांकि ऑपरेशन में सेना के एक अधिकारी और एक बीएसएफ जवान समेत चार जवान शहीद हो गए थे।
सीमा पर यह घुसपैठ का प्रयास था या फिर कोई ओर था, इसकी पुष्टि करने के लिए अभी तक सर्च ऑपरेशन नहीं चलाया जा सका है। बर्फबारी अभी भी हो रही है और इलाके में तीन फुट से अधिक बर्फ पड़ चुकी है। बर्फबारी थमने के बाद ही सर्च ऑपरेन शुरू किया जाएगा।
एसएसपी कुपवाड़ा श्रीराम अंबकार ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पोस्ट पर तैनात बीएसएफ की 169 बटालियन के संतरी ने एलओसी के नजदीक हलचल होती देखी। उस समय बर्फबारी हो रही थी। उन्हें लगा कि बर्फबारी का फायदा उठाकर आतंकी घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जिस जगह हलचल हो रही थी, उस ओर गोलियां चलाना शुरू कर दिया।
दरअसल कश्मीर घाटी में बर्फबारी शुरू हो गई है। आतंकियों ने भी भारतीय सीमा में घुसपैठ के प्रयास तेज कर दिए हैं। वहीं रात से हो रही बर्फबारी सर्च ऑपरेशन में बाधा डाल रही है। घुसपैठिए वहां से भाग निकले थे। घुसपैठ के इस प्रयास की पुष्टि करने के लिए सेना अभी तक इलाके में सर्च ऑपरेशन नहीं चला पाई है। अभी भी बर्फबारी हो रही है।