नई दिल्ली। Agniveer scheme : सियाचिन में ड्यूटी के दौरान 1 अग्निवीर ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। सेना की लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर के मुताबिक सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान दिया। इधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर फिर सरकार पर निशाना साधा।
विपरीत परिस्थियों में देशसेवा : काराकोरम पर्वत श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्य क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहां सैनिकों को अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है। यह पता चला है कि शनिवार तड़के लक्ष्मण की मौत हो गई।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
सेना ने जताया शोक : फायर एंड फ्यूरी कोर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, फायर एंड फ्यूरी कोर के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
कितनी मिलेगी अनुग्रह राशि : सैन्य सूत्रों ने बताया कि अग्निवीरों की भर्ती करने के नियमों में, ड्यूटी पर दुर्घटनाओं में मौत होने की स्थिति में परिलाभ शामिल है। इसके मुताबिक, मृतक अग्निवीर के परिजनों को गैर-अंशदायी बीमा के रूप में 48 लाख रुपये के साथ-साथ 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी।
इसके अलावा, परिजनों को सेवा निधि से भी राशि मिलेगी जिसमें अग्निवीर के योगदान (30 प्रतिशत), सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर ब्याज की राशि शामिल है।
सूत्रों ने कहा कि परिजनों को मृत्यु की तारीख से चार साल में बचे शेष कार्यकाल का वेतन (13 लाख रुपए से अधिक राशि) भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार को सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से 8 लाख रुपए की राशि भी मिलेगी।
राहुल ने बताया सेना का अपमान : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर, भारत के वीरों के अपमान की योजना है। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों की शहादत के बाद उसके परिजनों को पेंशन या अन्य लाभ नहीं दिया जाता है। राहुल के आरोपों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सिरे से खारिज कर दिया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण की तस्वीर साझा की और कहा कि सियाचिन में उनकी शहादत का समाचार बहुत दुखद है। उन्होंने कहा, 'उनके परिवार को मेरी गहरी संवेदनाएं।'
राहुल ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा,'एक युवा, देश के लिए शहीद हो गया - सेवा के समय न ग्रेच्युटी न अन्य सैन्य सुविधाएं, और शहादत पर परिवार को पेंशन तक नहीं।' राहुल ने कहा, 'अग्निवीर, भारत के वीरों के अपमान की योजना है!'
भाजपा ने कहा आरोप बेबुनियाद : भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमित मालवीय ने आरोपों को 'बिल्कुल बेबुनियाद और गैरजिम्मेदाराना' बताया। उन्होंने कहा, 'अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण ने सेवा के दौरान अपने प्राण गंवाए हैं और इसलिए वह ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सैनिक के रूप में परिलाभ पाने के हकदार हैं।'
मालवीय ने कहा कि इसके तहत, लक्ष्मण के परिजनों को 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि (30 प्रतिशत), सरकार द्वारा समान योगदान के साथ, और उस पर ब्याज की रकम भी मिलेगी।'
उन्होंने दावा किया कि अग्निवीर की मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक परिजनों को उसके शेष सेवाकाल के लिए उसका वेतन मिलेगा, जो 13 लाख रुपये से अधिक होगा। सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से आठ लाख रुपये भी मिलेंगे।
मालवीय ने अपने पोस्ट में कहा, 'इसलिए फर्जी खबरें न फैलाएं। आप प्रधानमंत्री बनने की आकांक्षा रखते हैं, कोशिश करें और वैसा ही व्यवहार करें।' एजेंसियां