मुंबई। दिल्ली हवाई अड्डे पर स्वास्थ्य अधिकारियों के विमान चालक दल के साथ ‘अप्रिय’ व्यवहार करने को लेकर एयर इंडिया के एयरबस विमानों के पायलटों ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य किसी भी उड़ान का परिचालन नहीं करने की चेतावनी दी है।
एयरबस विमानों के पायलटों के संगठन इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) ने रविवार को कहा कि यदि पायलटों के साथ इस तरह का ‘बुरा’ व्यवहार नहीं रुकता है जो उसके सदस्य अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर अन्य उड़ानों का परिचालन नहीं करेंगे।
एयर इंडिया के कार्यकारी परिचालन निदेशक को लिखे पत्र में आईसीपीए ने वंदे भारत मिशन या घरेलू उड़ानों का परिचालन करने वाले किसी पायलट के कोविड-19 से संक्रमित हो जाने की स्थिति में अपनाए जाने वाले प्रोटोकॉल को लेकर स्पष्टता जाहिर करने को कहा है।
विदेशों में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए एयर इंडिया वंदे भारत मिशन के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें परिचालित कर रही है।
पत्र में कहा गया है कि जैसा आप जानते हैं कि दिल्ली-मॉस्को उड़ान के चालक दल के लिए 30 मई बहुत बुरा दिन रहा। उड़ान के एक पायलट को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया उसके बाद पूरे चालक दल को वहां पूरे दिन इंतजार करना पड़ा वह भी बिना किसी खाने या अल्पाहार के।
पत्र के मुताबिक ‘दिल्ली हवाईअड्डे पर तैनात स्वास्थ्य अधिकारी सरकार के आदेश का पालन करने में असफल रहे। साथ ही वंदे भारत मिशन के चालक दल के साथ कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए उड़ान से पहले और बाद में जिस प्रोटोकॉल का पालन किया जाना है, वे उसमें भी विफल रहे।
आईसीपीए ने पत्र में कहा कि चालक दल के साथ दिल्ली हवाई अड्डे पर अनुचित व्यवहार कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। (भाषा)