श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा मार्गों पर हुए भूस्खलन और बारिश से सड़कों पर फिसलन के कारण अमरनाथ यात्रा दो दिनों तक स्थगित रहने के बाद शुक्रवार को पारंपरिक पहलगाम मार्ग पर शुक्रवार को यात्रा शुरू हो गई, लेकिन सबसे छोटे बालटाल मार्ग पर तीसरे दिन भी यात्रा स्थगित रही।
भारी बारिश, बाढ़ तथा भूस्खलन के कारण चार जुलाई को तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी तथा तीन अन्य तीर्थयात्री घायल हो गए थे। बालटाल से पवित्र गुफा के लिए शुक्रवार की सुबह हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर दी गई। खराब मौसम के कारण कल हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित कर दी गई थी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी का दर्शन नहीं कर सके थे।
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा पारंपरिक पहलगाम तथा सबसे छोटे बालटाल मार्ग पर स्थित अग्रिम शिविरों का आज दौरा करेंगे। नुनवान पहलगाम आधार शिविर से तीर्थयात्रियों का जत्था, जिसमें महिलाएं और साधु भी शामिल हैं सुबह 'बम बम भोले और हर हर महादेव के जयघोष के साथ पारंपरिक मार्ग पर स्थित अंतिम पड़ाव चंदानवरी के लिए रवाना हुए।
कुछ तीर्थयात्री विशेषकर साधु पैदल ही अगले पड़ाव के लिए रवाना हुए। राजभवन के एक जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने बताया कि 60 दिनों तक चलने वाली यात्रा के आठवें दिन गुरुवार को 7450 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा बाबा बर्फानी के दर्शन किए। (वार्ता)