नई दिल्ली। भारतीय नौसेना जटिल बहुआयामी परिदृश्य में अपनी आक्रामक तैयारी परखने के लिए हिन्द महासागर के विशाल भौगोलिक क्षेत्र में जंगी जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों जैसे सभी संचालनगत परिसंपत्तियों से विशाल युद्धाभ्यास कर रही है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 2 साल में एक बार होने वाले 'थिएटर लेवल ऑपरेशनल रेडीनेस एक्सरसाइज' (ट्रोपेक्स) का लक्ष्य नौसेना की आक्रामक एवं बचाव क्षमता को परखना, समुद्री सीमा में अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना और हिन्द महासागर में शांति एवं स्थायित्व को बढ़ावा देना है।
नौसेना ने कहा कि भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ट्रोपेक्स 21, जो जनवरी के प्रारंभ में शुरू हुआ, फिलहाल जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों समेत अपने सभी संचालनगत इकाइयों तथा भारतीय सेना, वायुसेना एवं तटरक्षक बल की इकाइयों के साथ जारी है।
उसने कहा कि फरवरी के तीसरे सप्ताह में यह अभ्यास खत्म होगा। यह युद्धाभ्यास ऐसे समय में हो रहा है, जब चीन अपने आक्रामक सैन्य प्रयासों के तहत हिन्द महासागर में लगातार घुस रहा है। (इनपुट भाषा)