अमित शाह की नजर अब त्रिपुरा पर

Webdunia
रविवार, 7 मई 2017 (11:51 IST)
नई दिल्ली। असम और मणिपुर में सरकार बनाने में सफलता हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत करने के लिए अब नजरें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के गढ़ माने जाने वाले त्रिपुरा में गड़ा दी हैं और वहां बूथ स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। 
 
मार्क्सवादी विचारधारा से लैस अपने काडर के बल पर पिछले 4 विधानसभा चुनावों में जनता का समर्थन हासिल करने में सफल रही माकपा की कमजोर नब्ज को पकड़ने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शनिवार से बांग्लादेश की सीमा से सटे इस राज्य के दौरे पर हैं। राज्य के बुद्धिजीवियों, पार्टी कार्यकर्ताओं और मीडिया से बातचीत कर वे यहां के राजनीतिक रहस्यों की पड़ताल करने का प्रयास कर रहे हैं। 
 
जीत की 'चुनावी राजनीति के चाणक्य' माने जाने वाले शाह चुनावी कामयाबी के लिए बूथ स्तर की तैयारी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानते रहे हैं और वे इस सिलसिले में वहां के पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत भी कर रहे हैं। उनका इरादा वामपंथी सत्ता विरोधी प्रभावों का उपयोग कर अगले साल इस राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का वर्चस्व स्थापित करने का है।
 
माकपा अपने वरिष्ठ नेता और कुशल रणनीतिकार माणिक सरकार के नेतृत्व में सत्ता में है और अगले चुनाव में गांव स्तर पर अपने पुराने समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं की बदौलत अपने मजबूत जनाधार को खोने से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। 
 
भाजपा सूत्रों के अनुसार राज्य के 2-3 उपचुनावों में पार्टी का मत प्रतिशत बढ़ा है और वह नंबर 2 की पार्टी बन गई है। उनका कहना है कि युवा वर्ग बेरोजगारी की समस्या से परेशान है और पार्टी उसके बीच सही ढंग से अपने प्रभाव को बढ़ाए तो उसका भारी समर्थन उसे चुनाव में अवश्य मिलेगा।
 
पार्टी का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करिश्माई नेतृत्व न केवल लोगों को प्रभावित कर रहा है बल्कि वे इसे वोट में बदलने में भी कामयाब हो रहे हैं। उसका दावा है कि पार्टी जिस प्रकार से असम को कांग्रेस से मुक्त कराने में सफल रही थी उसी तरह से वह माकपा के शासन से त्रिपुरा के लोगों को छुटकारा दिलाने में सफल रहेगी। (वार्ता)
Show comments

जरूर पढ़ें

Israel-Iran Conflict : इजराइल-ईरान में क्यों है तनाव, भयंकर युद्ध हुआ तो भारत पर क्या होगा असर

एयर इंडिया विमान हादसे का क्या कनेक्शन है जगन्नाथ मंदिर और अच्युतानंद महाराज की गादी से

विमान हादसे में तुर्की का तो हाथ नहीं? बाबा रामदेव के बयान से सनसनी

इंसानी गलती या टेक्नीकल फॉल्ट, AI-171 के ब्लैक बॉक्स से सामने आएगा सच, जानिए कैसे खोलते हैं हादसे का राज

डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान के पास बातचीत का दूसरा मौका, परमाणु समझौता कर तबाही को बचा लो

सभी देखें

नवीनतम

फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद निकली फ्लाइट में बम की अफवाह, उड़ान के 2 घंटे बाद यू-टर्न

बाघों के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व देश मे नंबर-1, दूसरें नंबर पर पेंच टाइगर रिजर्व

Petrol Diesel Prices : ईरान और इजराइल युद्ध से Crude Oil के भाव बढ़े, जानें अपने नगर में पेट्रोल डीजल के ताजा भाव

लाड़ली बहनों के खातों में आज आएगा पैसा, CM डॉ. मोहन यादव करेंगे 1551 करोड़ ट्रांसफर

हम बस जिंदा रहने की कोशिश कर रहे, हमें यहां से निकालो, ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की रिक्वेस्ट

अगला लेख