अमृतसर में जोड़ा फाटक के समीप शुक्रवार शाम को रावण दहन देखने के लिए रेल की पटरियों पर खड़े लोग एक ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसमें कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई और करीब 70 लोग घायल हो गए। इस मामले में पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू का बचाव किया है।
नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। हादसे के बाद लोगों ने कहा कि जैसे ही हादसा हुआ, वे वहां से कार से चली गईं। एक टीवी समाचार चैनल से बात करते हुए सिद्धू ने नवजोत कौर का बचाव करते हुए कहा कि हादसे पर राजनीति न करें। अगर कोई यह सोचे कि यह जानबूझकर किया गया या उकसाने पर किया गया तो यह गलत है।
उन्होंने कहा कि हादसा ट्रेन चालक की गलती के कारण हुआ। उसने हॉर्न नहीं दिया। इस कारण चंद सेकंड्स में मासूम लोगों को कुचल डाला। सिद्धू ने कहा कि जब दुर्घटना होती है तो किसी को बताकर नहीं होती। लोग जो बात कर रहे हैं, वह राजनीतिक बातें कर रहे हैं। इसमें राजनीतिक रोटियां नहीं सेंकनी चाहिए।
सिद्धू ने कहा कि इस घटना पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल नहीं खेला जा सकता। रावण दहन आजकल बटन से होता है जिससे आग तेजी से लगती है। इस दौरान जब आतिशबाजी गलत दिशा में जाती है तो लोग पीछे हटते हैं। इसी दौरान वहां मौजूद लोगों को पता नहीं चला होगा।