सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाक सेना की बीएसएफ जवान के साथ की गई बर्बरता पर शनिवार को कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने का समय आ गया है।
सेना प्रमुख ने कहा कि आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना की बर्बरताओं का बदला लेने के लिए हमें कठोर कार्रवाई करनी होगी। अब समय आ गया है बिना बर्बरता का सहारा लिए हमें पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना होगा। लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें भी ऐसा ही दर्द महसूस कराना चाहिए।
जम्मू कश्मीर में बीएसएफ के एक जवान के शव से हैवानियत की घटना के मुद्दे पर सेना प्रमुख ने कहा कि इस तरह का कृत्य अस्वीकार्य है और बिना बर्बरता के इसका बदला लिए जाने की जरूरत है।
इसके साथ ही सेनाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि भारत व भारतीय सेना पाकिस्तान से किसी तरह की धमकी से डरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि धमकी से डर गए तो फिर आगे क्या करेंगे। भारत या सेना धमकियों से डरने वाली नहीं है।
सेना प्रमुख ने सरकार का रुख दोहराते हुए कहा कि आतंक और बातचीत एकसाथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमारी सरकार की नीतियां काफी स्पष्ट और संक्षिप्त रही हैं।
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली प्रस्तावित बैठक के रद्द होने के एक दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को कहा कि 'शांति वार्ता' के प्रति भारत की 'अहंकारी और नकारात्मक' प्रतिक्रिया से वो निराश हैं।