उत्तराखंड आपदा में सेना के जवानों ने रातभर तपोवन सुरंग को साफ करने के लिए ऑपरेशन चलाया। मलबे से बंद हो गई सुरंग का एक सिरा सुबह तक खोलने में कामयाबी हासिल कर ली। सेना ने तपोवन बांध के पास मलबे में जिंदगी तलाशने के लिए कैनाइन दस्ते को भी तैनात किया है।
भारतीय वायुसेना ने भी सुबह होते ही एरियल रेस्क्यू मिशन शुरू कर दिया। आईटीबीपी देहरादून सेक्टर मुख्यालय की डीआईजी अपर्णा कुमार ने बताया कि मलबे से बंद हो गई टनल को खोलने के लिए आईटीबीपी की भी कोशिश जारी है। 2.5 किलोमीटर लंबी सुरंग में से अब तक 70-80 मीटर तक साफ किया जा चुका है। मलबे से अवरुद्ध लगभग 180 मीटर टनल को जेसीबी की मदद से साफ किया जा रहा है, जिसमें लगभग 30-40 कर्मचारी कल से फंसे हुए हैं। इन सभी को सुरक्षित निकालने के प्रयास चल रहे हैं।
आईटीबीपी, उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना यहां संयुक्त ऑपरेशन कर रही हैं। क़रीब 153 लोग लापता हैं। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने कहा कि हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी है कि वहां लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आईटीबीपी के जवान तैनात हैं।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं। आईटीबीपी ने रविवार को एक सुरंग से 12 लोगों को बचाया है और विभिन्न क्षेत्रों में बचाव अभियान चल रहा है। यदि आवश्यक हुआ तो और टीमें वहां भेजी जाएंगी। हम पहले सुरंग से लोगों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।