अधिकांश बैंकों में रही भीड़, एटीएम में नकदी नहीं

Webdunia
गुरुवार, 17 नवंबर 2016 (19:54 IST)
नई दिल्ली। नोट बंदी के बाद देश भर में पुराने नोट बदलवाने व दैनिक जरूरतों के लिए पैसा निकलवाने वालों की भीड़ कम होती नजर नहीं आ रही है। बैंककर्मी भी इस भीड़ से निपटने की कोशिश में लगे रहे।
कुछ एटीएम की प्रणाली को 500 रुपए के नए नोटों के हिसाब से ढाला गया है लेकिन भारी निकासी के कारण उनमें नकदी ज्यादा देर रुक ही नहीं रही। यानी ज्यादातर एटीएम या तो बंद हैं या उनमें पैसा नहीं।
 
हालांकि नोट बदलवाने आने वालों की तर्जनी पर अमिट स्याही के सरकार के फैसले के बाद इस तरह के लोगों की भीड़ कुछ कम हुई है। अब एक ही दिन में बार-बार नोट नहीं बदले जा सकते। इस बीच देशभर में बैंकों में एटीएम प्रणाली को नए नोटों के अनुरूप ढालने का काम तेजी से जारी है ताकि इनके जरिए 500 व 2,000 रुपए के नोट वितरण शुरू किया जा सके।
 
नोटबंदी की सबसे अधिक मार सब्जीवालों, ढाबेवालों अन्य फेरी वालों व किराना स्टोरों आदि पर पड़ी है। सीमेंट, बालू व अन्य सामान की आपूर्ति ठप होने से निर्माण क्षेत्र में काम बंद हो गया है और अनेक कामगार बेरोजगार हैं। इस बीच सरकार ने नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए अनेक कदमों की घोषणा की। (भाषा) 

Show comments

जरूर पढ़ें

5000 धर्मांतरण, लव जिहादियों की गैंग, माफिया से कनेक्शन, छांगुर का दिल दहलाने वाला सच

ED के सामने पेश हुए रॉबर्ट वाड्रा, पत्नी प्रियंका गांधी भी थीं साथ

AI हादसे की शुरुआती रिपोर्ट ने खड़े किए सवाल, क्या हैं DGCA के नए आदेश

नूंह में मजार क्षतिग्रस्त, कड़ी सुरक्षा के बीच बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा शुरू, 2023 में भड़की थी हिंसा

Hate Speech पर SC सख्त, केंद्र और राज्यों को सख्त निर्देश, नफरत फैलाने वाले कंटेंट बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, तुरंत लगाएं लगाम

सभी देखें

नवीनतम

मोदी और आरएसएस पर आपत्तिजनक कार्टून का मामला, कार्टूनिस्ट को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत

चैट जीपीटी की मदद से घटाया 11 किलो वजन, जानिए सिर्फ 1 महीने में कैसे हुआ ट्रांसफॉर्मेशन

Kavad Yatra : दिल्ली में पुलिस सुरक्षा के लिए 5000 से अधिक कर्मियों को करेगी तैनात, ड्रोन की भी ली जाएगी मदद

Tesla Cars Price in India : फुल चार्ज पर 500km की रेंज, कीमत 60 लाख से शुरू, टेस्ला की पहली इलेक्ट्रिक कार की भारत में इंट्री

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

अगला लेख