Shri Ram Janmabhoomi Temple : अयोध्या जहां एक तरफ श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूतल का निर्माण पूर्ण होने जा रहा है और गर्भगृह में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहर्त भी आ गया है। 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा की जाएगी। इस अवसर पर भारत ही नहीं देश-विदेश से रामभक्त इस प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मिलित होने आ रहे हैं।
इस कार्यक्रम में आने वालों में भारत के अलग-अलग प्रांत के अलग-अलग भाषा के लोग होंगे जो अयोध्या आएंगे। पूरब, पश्चिम, उत्तर व दक्षिण हर दिशा से रामभक्तों का आगमन अयोध्या में होगा, साथ ही भारत के बाहर विदेशों से भी काफी रामभक्त आ रहे हैं, जिनके लिए सरकार व प्रशासन की तैयारियां जोरों पर है। अयोध्या को इस तरह सजाया-संवारा जा रहा है कि यहां आने वाले हर भक्त की निगाहें अयोध्या धाम को देखकर कुछ समय तक रुकी की रुकी रह जाए और वह सोचने पर मजबूर हो जाए कि कहीं त्रेता युग की अयोध्या पुरी में तो हम नहीं आ गए।
अयोध्या आने वाले रामभक्तों, श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधा के लिए पूरी 'टेंट सिटी' बनाई जा रही है। अयोध्या के समस्त होटल, धर्मशाला मंदिरों में रहने की उचित व्यवस्थाएं की गई हैं। किंतु एक बात सबके जेहन में थी कि जो लोग बाहर से आएंगे, उनकी भाषा-बोली अलग-अलग होंगी, जिसको लेकर हो सकता है कि उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़े, किंतु इस समस्या का समाधान भी निकल आया, 'भारत भारती' नाम की सामाजिक संस्था ने इसका बीड़ा उठाया और ठाना कि राम नगरी अयोध्या धाम आने वाले रामभक्तों, श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करने देंगे।
इसीलिए उनकी सुविधा हेतु ही अपने संगठन की स्थापना अयोध्या में की, जिसकी जानकारी 'भारत भारती संस्था' के प्रमुख पार्थ सारथी मिश्रा ने बताया कि भव्य नगरी बनने जा रही है अयोध्या, जहां भारत ही नहीं भारत के बाहर से भी बहुत लोग आएंगे। भारत भारती ऐसी संस्था है, जहां हर भाषा के लोग हैं, जिससे अयोध्या आने पर किसी को भो भाषा के चलते परेशानियों का सामना न करना पड़े और अयोध्या की कीर्ति संपूर्ण विश्व मे फैले।
संस्था के अयोध्या प्रमुख बनाए गए अमित कुमार सिंह ने 'वेबदुनिया' से बात करते हुए बताया कि पटेल जी की जयंती के शुभ अवसर पर इस संस्था के अयोध्या चैप्टर की स्थापना की है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के भूतल का निर्माण पूर्ण होने को है और अगले वर्ष 22 जनवरी, 2024 को रामलला का गर्भगृह में प्रवेश व प्राण-प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा होने के बाद रामलला के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा, जिसके बाद अयोध्या आने वाले रामभक्तों की संख्या काफी तेजी के साथ बढ़ जाएगी।
अभी से रामभक्त अयोध्या आने लगे हैं, जो कि भारत के विभिन्न प्रांतों से अलग-अलग भाषा से हैं, जिन्हें भाषा के चलते यहां काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसकी स्थापना की गई है कि अयोध्या में जहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भव्य-दिव्य शुभारंभ रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ गर्भगृह में प्रवेश होने जा रहा है, जिसे लेकर रामनगरी अयोध्या धाम के वासियों सहित संपूर्ण विश्व के रामभक्त बहुत ही हर्षित हैं। इस पर अयोध्या आने वाले रामभक्तों की सेवा के लिए हम सभी तैयार हैं।
Edited By : Chetan Gour