Manipur Violence : मणिपुर में हिंसा पर केंद्र सरकार ने संभाला मोर्चा, जिरीबाम समेत 6 क्षेत्रों में फिर लगा AFSPA

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 14 नवंबर 2024 (17:14 IST)
Manipur Violence News : केंद्र ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित 6 पुलिस थाना क्षेत्रों में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (AFSPA) को पुनः लागू कर दिया है, जिसके तहत सुरक्षाबलों की सहूलियत के लिए किसी क्षेत्र को अशांत घोषित किया जाता है।
 
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि यह निर्णय वहां जारी जातीय हिंसा के कारण लगातार अस्थिर स्थिति को देखते हुए लिया गया है। जिन पुलिस थाना क्षेत्रों में अफस्पा को फिर से लागू किया गया है, वे हैं इंफाल पश्चिम जिले में सेकमाई और लमसांग, इंफाल पूर्वी जिले में लमलाई, जिरीबाम जिले में जिरीबाम, कांगपोकपी में लीमाखोंग और बिष्णुपुर में मोइरांग।
ALSO READ: Manipur : उग्रवादियों के एनकाउंटर के बाद मणिपुर में बिगड़े हालात, केंद्र ने CAPF की 20 और कंपनियां भेजी
यह ताजा आदेश मणिपुर सरकार द्वारा एक अक्टूबर को इन छह पुलिस थानों समेत 19 थाना क्षेत्रों को छोड़कर पूरे राज्य में अफस्पा लागू करने के बाद आया है। मणिपुर सरकार के एक अक्टूबर के अफस्पा लगाने के आदेश से बाहर रहे पुलिस थानों में इंफाल, लाम्फाल, सिटी, सिंगजामेई, सेकमाई, लैमसांग, पाटसोई, वांगोई, पोरोम्पैट, हेइनगांग, लामलाई, इरिलबंग, लीमाखोंग, थौबल, बिष्णुपुर, नामबोल, मोइरंग, काकचिंग और जिरीबाम शामिल थे।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में सोमवार को छद्म वर्दीधारी और अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों द्वारा एक पुलिस थाने और निकटवर्ती सीआरपीएफ शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई। इसके बाद सुरक्षाबलों के साथ भीषण मुठभेड़ में ग्यारह संदिग्ध उग्रवादी मारे गए।
ALSO READ: Manipur: जिरिबाम में मेइती समुदाय के 2 पुरुषों के शव बरामद, 3 महिलाएं और 3 बच्चे लापता
एक दिन बाद, उसी जिले से सशस्त्र आतंकवादियों ने महिलाओं और बच्चों सहित छह नागरिकों का अपहरण कर लिया। पिछले वर्ष मई से इंफाल घाटी स्थित मेइती और समीपवर्ती पहाड़ियों पर स्थित कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
ALSO READ: manipur violence : मणिपुर में पुलिस स्टेशन पर हमले की कोशिश, गोलीबारी में 11 उग्रवादियों की मौत, CRPF के 2 जवान घायल
जातीय रूप से विविधतापूर्ण जिरीबाम, जो इंफाल घाटी और आसपास की पहाड़ियों में हुए संघर्षों से काफी हद तक अछूता रहा है, इस साल जून में एक खेत में एक किसान का क्षत-विक्षत शव मिलने के बाद हिंसा का गवाह बना। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगाया 25 प्रतिशत टैरिफ, क्या बोली मोदी सरकार

RBI क्यों खरीद रहा भर-भर कर सोना, क्या देश में आने वाला है संकट, जानिए सच

प्रेमानंदजी का जवाब सुन देश की महिलाएं भड़क गईं, आखिर क्या है पूरा मामला

22 दिनों तक जवानों ने ड्रोन से भेजा खाना खाया, कैसे किया आतंकियों का काम तमाम, अमित शाह ने बताया पूरा ऑपरेशन

राज्यसभा में किसने ट्रंप को बताया चाचा चौधरी, संसद से कर दी यह मांग

सभी देखें

नवीनतम

मुंबई की कामुक टीचर बच्‍चों को रात में करती थी वीडियो कॉल, न्‍यूड होकर किया ये काम

टैरिफ वार से भारत को $7 अरब का झटका? जानें अर्थव्यवस्था और आपकी जेब पर क्या होगा असर!

राहुल गांधी बोले, भारत एक डेड इकोनॉमी, मोदी वहीं करेंगे जो ट्रंप कहेंगे

रूस ने कीव पर मिसाइल और ड्रोन से किया हमला, 6 लोगों की मौत और 52 घायल

मेरठ में बड़ा सड़क हादसा: स्कूल वैन को तेज रफ्तार डीसीएम ने मारी टक्कर, छात्रा की मौत, 5 घायल

अगला लेख