पटना। रेलवे की RRB-NTPC परीक्षा में धांधली को लेकर छात्रों का आंदोलन और उग्र होता जा रहा है। पिछले 2 दिनों में कई जिलों में हंगामे के बाद अब छात्र संगठनों ने 28 जनवरी को बिहार बंद की घोषणा की है। बंद की इस घोषणा के बाद उत्तरप्रदेश में भी अलर्ट जारी किया गया है।
छात्र संगठन AISA, AISF और NSUI ने भी बंद को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। पुलिस ने छात्रों के इस आंदोलन को दबाने के लिए 6 कोचिंग संस्थानों और 16 छात्रों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की की है। राजद, वाम और तमाम महागठबंधन की पार्टियों ने इस बंद को अपना समर्थन दिया है।
मुकदमे वापस लेने की मांग : बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने पुलिस से रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) परीक्षा परिणाम में कथित धांधली को लेकर प्रदेश में हुए छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद कोचिंग संस्थानों के विरुद्ध दर्ज मुकदमे को अवलिंब वापस लेने को कहा है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने गुरुवार को ट्वीट किया कि बिहार-उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों में छात्रों का उत्तेजक होना आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा प्रक्रिया व परिणाम में गड़बड़ी के विरुद्ध प्रतिक्रिया है। रेलवे भर्ती बोर्ड की गड़बड़ियों को देखने के लिए जांच कमेटी बनाई गई है। छात्रों एवं उम्मीदवारों के साथ अतिशीघ्र न्याय की उम्मीद करता हूं।
सिंह ने कहा कि पटना में खान कोचिंग सहित कई अन्य कोचिंग संस्थान ऑनलाइन माध्यम से बिहार एवं देशभर के गरीब और होनहार युवाओं का भविष्य निर्माण करते हैं। रेलवे और पुलिस इन लोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस ले। उन्होंने उग्र छात्रों से शांति की अपील की।