हैदराबाद। भारतीय जनता पार्टी की 2 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में शनिवार को शुरू हुई। महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद भाजपा ने जहां पश्चिमोत्तर क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और अब उसकी नजर दक्षिण के राज्य तेलंगाना पर है।
बैठक में पिछले दिनों 4 राज्यों में मिली चुनावी विजय, आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की 8 साल की सफलताओं जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इस दौरान तेलंगाना की सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और अन्य भ्रष्ट और परिवारवादी दलों को घेरने की रणनीति पर भी चर्चा की सकती है।
यह भाजपा की राष्ट्रीय समिति की तीसरी बैठक है, जो 2014 में पार्टी के सत्ता में आने के बाद दक्षिण के किसी राज्य में आयोजित हुई है। इससे पहले, भाजपा ने बेंगलुरू और केरल के कोझिकोड़ में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक आयोजित की थी।
यह बैठक ऐसे समय में शुरू हो रही है, जब एक दिन पहले ही उच्चतम न्यायालय ने पार्टी की निंलबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर कड़ी आलोचना की। यह बैठक रक्षा सेवाओं में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में भी हो रही है।
राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू के नामांकन का जिक्र होने की भी संभावना है और भाजपा यह दावा कर सकती है कि वह समाज के पिछड़े और वंचितों को सशक्त करने की दिशा में काम कर रही है।
बैठक का समापन प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से रविवार को होगा। इस संबोधन के जरिए प्रधानमंत्री भाजपा के भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे।