नई दिल्ली। भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के परिवार को 'मिडिलमैन' का परिवार बताते हुए कहा कि गांधी परिवार उच्चतम न्यायालय, वायुसेना प्रमुख और देश के संस्थानों पर विश्वास नहीं करता है तथा झूठ के सहारे अपनी राजनीति चमकाने एवं देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने में लगा है।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने राहुल गांधी को 'विदूषक राजा' का विशेषण देते हुए कहा, 'बचपन से गांधी ने 'मिडिलमैन' की संस्कृति देखी है इसलिए वह उससे बाहर नहीं आ पा रहे हैं। उनके पिता राजीव गांधी सत्तर के दशक में एक रक्षा सौदे में आधिकारिक 'मिडिलमैन' थे। इसलिए वह 'मिडिलमैनशिप' से वाकिफ हैं। इसके लिए वह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हैं।
उन्होंने गांधी को चुनौती दी कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप साबित करने के लिए उच्चतम न्यायालय जाएं। उन्होंने कहा कि गांधी कभी केन्द्रीय सतर्कता आयोग जाते हैं और कभी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक जाते हैं। पर आखिर वह उच्चतम न्यायालय क्यों नहीं जाते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक सहयोगी ने अदालत में जनहित याचिका डाली थी लेकिन पार्टी के इशारे पर उसे वापस ले लिया गया।
उन्होंने कहा कि गांधी झूठ और फरेब पर राजनीति की इमारत बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उच्चतम न्यायालय में कांग्रेस के लोगों ने एक पीआईएल यानी 'राजनीतिक हित याचिका' डाली थी जिसमें सरकार को राफेल सौदा रद्द करने और उसकी कीमत के तकनीकी विवरण देने का निर्देश देने की दो मांगें की गईं थीं लेकिन अदालत ने दोनों ही निर्देश नहीं दिए।
उन्होंने कहा कि हाल ही में वायुसेना प्रमुख ने भी एक संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि राफेल गेमचेंजर है। उन्होंने कहा कि गांधी मानते हैं कि उच्चतम न्यायालय सच नहीं बोलते और ना ही वायुसेना प्रमुख। वह सोचते हैं कि केवल वह ही सत्य बोलते हैं।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसुआ होलांद के बारे में किए गए दावों पर उन्हें चुनौती दी कि वह एक भी दस्तावेज या वीडियो दिखाएं जिसमें होलांद ने प्रधानमंत्री को भ्रष्ट कहा हो। संसद में भी यह आरोप लगाए जाने के चंद घंटों में ही फ्रांस सरकार ने इसका खंडन किया था। लेकिन गांधी एक झूठ को पकड़े जाने के बाद पुन: उसी झूठ को बोलने की निर्लज्जता कर रहे हैं। (वार्ता)