नई दिल्ली। भाजपा ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की, भूमि खरीद प्रकरण से जुड़े एक मामले में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा याचिका खारिज किए जाने का हवाला देते हुए गांधी परिवार को भारतीय राजनीति का सबसे भ्रष्ट परिवार करार दिया। भ्रष्टाचारी गांधी परिवार ये सोचता है कि उन तक कानून नहीं पहुंचेगा। पीएम मोदी की ईमानदारी और जांच एजेंसियों के जज्बे से कोई भ्रष्टाचारी बच नहीं सकता।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को वाड्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार और धन शोधन के आरोपों पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए क्योंकि यह मामला उस वक्त का है जब उनकी पार्टी हरियाणा और राजस्थान के साथ साथ केंद्र की सत्ता में भी थी। कांग्रेस दावा करती रही है कि वाड्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने वाड्रा और उनकी मां से जुड़ी एक कंपनी (स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी) द्वारा बीकानेर में कथित संदिग्ध तरीकों से जमीन खरीदने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच निरस्त करने की मांग करने वाली याचिका पिछले सप्ताह खारिज कर दी थी।
भाटिया ने आरोप लगाया कि यह भारत का 'कट्टर पापी परिवार' है। इसका एकमात्र काम भ्रष्टाचार करना और वाड्रा को सौंपने के लिए जमीन हड़पना है।
उन्होंने वाड्रा के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई के कांग्रेस के दावे को भी खारिज कर दिया और कहा कि यह न्यायपालिका पर आक्षेप लगाने जैसा है, जिसने वाड्रा के खिलाफ आरोपों को खारिज करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे भारतीय राजनीति में सबसे भ्रष्ट परिवार हैं। परिवार के तीन सदस्य भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर हैं। भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने वाली सरकार के लिए यह चिंता का गंभीर विषय है।
उन्होंने कहा कि 2008-13 के बीच में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी, जिस दौरान 125 बीघा जमीन किसानों से हड़पी गई। जब भाजपा की सरकार राजस्थान में आई तब FIR दर्ज हुई। पुलिस और ईडी ने जांच की तब पता चला कि अशोक गहलोत सरकार ने 'कांग्रेस परिवार' के आदेश पर एक ऐसे व्यक्ति को जमीन दी, जो वास्तव में था ही नहीं। हरियाणा में जब कांग्रेस की सरकार थी तब भी किसानों की जमीन हड़पी गई।
Edited by : Nrapendra Gupta