कहीं शमशानों में सामान्य से ज्यादा लाशें पहुंच रही हैं, तो कहीं सरकारी अस्पतालों में डेडबॉडी पोस्टमार्टम का इंतजार करते हुए सडगल रही हैं। कहीं एंबुलेंस के अभाव में लोग मर रहे हैं तो कहीं गर्मी से मौतें हो रही हैं। देशभर में चलने वाली ट्रेनों में हालात बदतर हो चुके हैं। यात्री बसों और खासकर ट्रेनों में भेड बकरियों की तरह यात्राएं कर रहे हैं।
वंदे भारत जैसी केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई बेहद महत्वपूर्ण ट्रेनों में बदहाली और अव्यवस्था के हालात हैं। तमाम व्यवस्थाओं का दावा करने वाली इन ट्रेनों में यात्रियों को पीने तक का पानी नहीं मिल पा रहा है।
नीट जैसी एक्जाम में पेपर लीक की धांधली से तो हम सब वाकिफ हैं ही, अब नेट एक्जाम भी कैंसल कर दी गई है। लाखों छात्रों के भविष्य पर सवाल मंडरा रहा है। एक तरह से जहां नजर डालिए, वहां दुर्दशा पसरी नजर आ रही है। इस दुर्दशा के आरोप संबंधित राज्य सरकारों पर लग रहे हैं। सोशल मीडिया में इन बदहाली के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। अब सोशल मीडिया में लोगों का गुस्सा फूट रहा है।
शवों को नोचकर खा रहे जानवर : एक वीडिया सामने आया है। ये वीडियो उत्तर प्रदेश के नोएडा का बताया जा रहा है। समाजवादी पार्टी के मेडिकल सेल के एक्स अकाउंट से यह वीडियो पोस्ट किया गया है। कैप्शन में लिखा गया है— ये नोएडा के पोस्टमार्टम हाउस का हाल है, शवों की दुर्दशा हो रही हैं, शव सड़ रहे, खून बह रहा, चूहे और अन्य जीव जानवर शवों को नोचकर खा रहे हैं। लेकिन भाजपा/योगी सरकार का भ्रष्ट निकम्मा स्वास्थ्य मंत्री कहीं अपनी दलाली सेट कर रहा होगा।
आगे लिखा गया है— सीएम योगी जी, आप बताएं कि आपका मंत्री कहां दलाली सेट करने में लगा हुआ है? दलाली की रकम वो दिल्ली, नागपुर, गुजरात के दरबार में भेजता है, आपको कितनी दलाली देता है जो आप उसके है कृत्य पर चुप बैठे हैं? इन शवों की बेकद्री और दुर्दशा के असली जिम्मेदार आप हैं। 56 हजार से ज्यादा बार इस वीडियो को देखा जा चुका है।
वीडियो में दिखा खौफनाक मंजर : यह वीडियो उत्तर प्रदेश में स्थित नोएडा के अस्पताल का बताया जा रहा है। वीडियो में कई जगह डेडबॉडी रखी नजर आ रही हैं। जगह जगह रखे इन शवों से खून बह रहा है। बहते हुए खून की हालत देखकर लगता है कि शव सड़ चुके हैं। जिस शख्स ने यह वीडियो बनाया है उसने वहां के पूरे हालात बयान किए हैं। पास में ही डीप फ्रीजर को कुछ लोग रिपेयर कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि डीप फ्रीजर खराब होने की वजह से पोस्टमार्टम नहीं हो पा रहे हैं और शवों को यूं बाहर पटक दिया गया है। जो बेहद भयावह हालातों को बयान कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मोर्चरी हाउस में दो डीप फ्रीजर हैं, लेकिन कई महीनों से डीप फ्रीजर खराब हैं, जिससे शवों को रखने में दिक्कत हो रही है। वहीं और अधिक शव आने की वजह से भी यह समस्या बन रही है।
कहां का है मामला : यह नजारा देवरिया मेडिकल कॉलेज का है। यहां स्थित मोर्चरी हाउस में आधा दर्जन से अधिक लावारिस शव कई दिनों से सड़ रहे हैं। इस वजह से उनसे काफी बदबू आ रही है। इससे मोर्चरी में काम करने वाले कर्मचारियों को तो मजबूरी में बुरे हालात झेलने ही पड़ रहे हैं, राहगीरों का भी बुरा हाल हो चला है। यहां हर तरफ बदबू इस कदर फैली है कि मोर्चरी के दूर से निकलने वाले लोग भी सांस नहीं ले पा रहे हैं। उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वंदे भारत में अव्यवस्था से भड़के लोग : ठीक इसी तरह से एक वीडियो एक्स पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो वंदे भारत में बैठे यात्रियों ने बनाया है। कुछ यात्री वंदे भारत में हो रही लापरवाही और अव्यवस्थाओं से बुरी तरह से बेहाल हो गए हैं। एक महिला वीडियो में कह रही हैं ऐसी नहीं चल रहे हैं। कई घंटों से ट्रेन में बैठे हैं, पीने के लिए पानी नहीं है। जो पानी दिया गया वो उबलता हुआ था। शिकायत करने की धमकी दी तो 10 लोगों के बीच पानी की 4 बोतल भेजी गई। यात्री कह रहे हैं कि कोई हार्ट का मरीज है तो किसी को कुछ बीमारी, लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। वीडियो कहां का और कब का है इसकी जानकारी हालांकि नहीं है।
वीडियो पोस्ट कर के कैप्शन में लिखा गया है— वो हरी झंडी वाला बाबा किधर है? रेल गाड़ियों का खाली उद्घाटन करके वीडियो डालेगा या कुछ ढंग का काम भी करेगा?
नीट की धांधली से अधर में भविष्य : इधर नीट एक्जाम में हुई पेपर लीक की धांधली से पहले ही लाखों छात्र और उनके परिजन परेशान हैं। छात्रों को समझ नहीं आ रहा है कि अब उनका क्या होगा। यह लापरवाही या धांधली सरकार के लिए चुनौती बनी हुई है। इस बीच नेट परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। इन सबसे यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कितने गैर जिम्मेदार लोग हमारे सिस्टम को संचालित कर रहे हैं। बता दें कि पिछले 7 साल में 70 से ज्यादा परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं।
राहुल गांधी ने सरकार पर लगाए आरोप : राहुल गांधी ने नीट मुद्दे और यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने पर कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि हमारे सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे कुलपतियों को योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि इसलिए रखा जाता है, क्योंकि वे एक विशेष संगठन से हैं। और इस संगठन और भाजपा ने हमारी शिक्षा प्रणाली में प्रवेश किया है और इसे नष्ट कर दिया है। नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के साथ अर्थव्यवस्था के साथ जो किया था। वह अब शिक्षा प्रणाली के साथ किया गया है और यही कारण है कि आप पीड़ित हैं एक स्वतंत्र शिक्षा सिस्टम को ध्वस्त कर दिया गया है।
Edited by Navin Rangiyal