विमान निर्माता बोइंग है ऊंची दुकान, फीके पकवान

राम यादव
मंगलवार, 24 जून 2025 (08:30 IST)
Air India plane crash in Ahmedabad: यात्री विमान बनाने वाली अमेरिका की सबसे प्रसिद्ध कंपनी बोइंग (Boeing Dreamliner) का इस समय का एक सबसे आधुनिक और चहेता विमान '787-8 ड्रीमलाइनर' पहली बार दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और वह भी भारत में। एयर इंडिया द्वारा संचालित यह विमान अहमदाबाद के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के एक ही मिनट के भीतर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की तत्काल मृत्यु हो गई। कम से कम 38 ऐसे अन्य लोग भी इस भयंकर दुर्घटना के शिकार हो गए, जो नीचे गिरते विशाल विमान की चपेट में आ गए।
 
विमान की प्रति सेकंड स्थिति, गति और ऊंचाई के आंकड़े दर्ज करने वाले ADS-B सिस्टम की जांच से पता चला कि वह 625 फुट (190 मीटर) की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद प्रति मिनट 475 मीटर की गति से गिरने लगा। विमान-चालकों और उन्हें निर्देश देने वाले कंट्रोल टॉवर के बीच होने वाली बातचीत तथा उड़ान संबंधी सभी महत्वपूर्ण आंकड़े दर्ज करने वाले दोनों 'ब्लैक बॉक्स' भी रविवार 15 जून तक मिल गए थे। ब्रिटिश दैनिक 'मिरर' के अनुसार, मुख्य पायलट कैप्टन सुनीत सभरवाल ने जमीन से उठने के 11 सेकंड बाद ही 'मेयडे...नो थ्रस्ट, लूज़िंग पॉवर, अनेबल टु लिफ्ट' (मेयडे... कोई प्रणोदन नहीं, घट रही ताकत, उठान के असमर्थ) की गुहार लगाई।
 
ड्रीमलाइनर की पहली दुर्घटना :  किसी 'ड्रीमलाइनर' विमान की यह पहली घातक दुर्घटना है। बोइंग के ड्रीमलाइनर विमानों को दुनिया के सबसे आधुनिक और सबसे सुरक्षित किस्म के विमानों में गिना जाता है। हालांकि, यह भी सच है कि अप्रैल 2024 में, बोइंग कंपनी के ही एक इंजीनियर सैम सालेहपुर ने, अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन (FAA) से इन विमानों के बार में गंभीर चिंताएं भी जताई थीं।
 
उस समय अमेरिकी दैनिक 'न्यूयॉर्क टाइम्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 'ड्रीमलाइनर 787-8' के धड़ के समान उसके अग्रभाग के कुछ हिस्से ठीक से जुड़े नहीं पाए गए, क्योंकि उनके विभिन्न घटक अलग-अलग आपूर्तिकर्ताओं द्वारा बने थे और संरचनात्मक रूप से आपस में पूर्णतः फिट नहीं बैठते थे। सालेहपुर का कहना था कि इस कारण इन विमानों का धड़ वाला भाग हजारों उड़ानों के दौरान अस्थिर भी हो सकता है। किंतु, बोइंग ने ऐसी त्रुटियां होने से इनकार किया, व्यापक परीक्षण किए और कहा कि उड़ान-सुरक्षा के लिए फिलहाल चिंता का कोई कारण नहीं है।
 
एयर इंडिया के पास अब बचे 46 ड्रीमलाइनर : अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान 2014 में एयर इंडिया को मिला था, यानी वह 10 वर्षों से कुछ अधिक समय से सेवा में था। बोइंग कंपनी ने दुनिया भर में अब तक कुल मिलाकर लगभग 1,200 ड्रीमलाइनर बेचे हैं, जिनमें से 47 भारत की एयर इंडिया को मिले हैं। ड्रीमलाइनर 787 के साथ अब तक अन्यथा कोई दुर्घटना नहीं होने के कारण उसे बोइंग के सबसे सुरक्षित मॉडलों में गिना जाता था। उससे पहले का 'बोइंग 737 मैक्स' कहलाने वाला मॉडल कहीं ज़्यादा समस्याग्रस्त सिद्ध हुआ है।
 
2018 और 2019 में, कुछ महीनों के भीतर दो बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए – पहले इंडोनेशिया में, फिर इथियोपिया में। इन दोनों दुर्घटनाओं ने 346 प्राणों की बलि ली। बोइंग कंपनी तब अपने इतिहास के सबसे गहरे संकट में पड़ गई। मार्च 2019 से लेकर अगले 20 महीनों से कुछ ज़्यादा समय तक के लिए 737 मैक्स विमानों की उड़ानों को रोक दिया गया। तकनीकी सुधारों के बाद ही उन्हें फिर से उड़ान भरने की अनुमति मिली। बोइंग कंपनी को अरबों डॉलर की न केवल चपत लगी, उसकी साख को भी भारी आंच पहुंची।
 
दुर्घटनाओं का सिलसिला : घातक दुर्घटनाओं का सिलसिला फिर भी जारी रहा। 9 जनवरी, 2021 को, श्रीविजय एयर द्वारा संचालित बोइंग 737-500 इंडोनेशिया से उड़ान भरने के मात्र चार मिनट बाद समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार सभी 62 लोगों की मौत हो गई। कारण यह पाया गया कि विमान के चालक दल ने स्वचालित प्रणोदन नियंत्रण (थ्रस्ट कंट्रोल) प्रणाली में खराबी के कारण गलत प्रतिक्रिया दिखाई, जिसके परिणामस्वरूप विमान अकस्मात रुक गया। उसने लिफ्ट (उठान) खो दी। 21 मार्च, 2022 को, 'चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस' द्वारा संचालित बोइंग 737-800, चीन के कुनमिंग से ग्वांगझोउ के लिए उड़ान भरते समय गुआंग्शी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 132 लोगों में से कोई भी जीवित नहीं बचा।
 
2024 बोइंग के लिए एक विनाशकारी वर्ष सिद्ध हुआ। दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी रहा। 5 जनवरी, 2024 के दिन अलास्का एयरलाइंस द्वारा संचालित एक लगभग नए-नवेले 'बोइंग 737 मैक्स 9' ने पोर्टलैंड से ओन्टारियो, कैलिफ़ोर्निया की उड़ान के दौरान विमान के अग्रभाग वाले धड़ का एक टुकड़ा खो दिया। लगभग 5000 मीटर की ऊंचाई पर, केबिन की दीवार में अचानक एक मीटर चौड़ा छेद दिखाई दिया। सौभाग्य से, छेद के पास की प्रभावित सीटें खाली थीं। पायलट ने प्रस्थान वाले हवाई अड्डे पर वापसी के लिए विमान को पीछे की ओर मोड़ा और 20 मिनट बाद वहां उतर भी गया। बाद में पता चला कि केबिन की दीवार में जिस जगह छेद दिखा था, वहां दीवार की प्लेट वाले चार बंधन बोल्ट गायब थे।
 
चालक कक्ष की खिड़की टूटी : 11 जनवरी, 2024 को जापानी एयरलाइन ANA द्वारा संचालित बोइंग 737-800 के चालक कक्ष की खिड़की विमान के ज़मीन से उठने के तुरंत बाद टूट गई। सौभाग्य से, चालक मुड़़ कर वापस लौटने और सुरक्षित रूप से उतरने में सक्षम रहे। इसी तरह 20 जनवरी, 2024 के दिन अमेरिकी एयरलाइन डेल्टा द्वारा संचालित बोइंग 757-200, अटलांटा में ज़मीन पर रहते हुए अपना अगला पहिया खो बैठा।
 
4 मार्च, 2024 को ह्यूस्टन से फ़ोर्ट मायर्स के लिए अमेरिका की ही यूनाइटेड एयरलाइंस की घरेलू उड़ान में, बोइंग 737-900 के इंजन में उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद आग लग गई। पायलट फिर भी सुरक्षित रूप से उतरने में सफल रहे। 7 मार्च, 2024 को सैन फ़्रांसिस्को से उड़ान भरने के दौरान बोइंग 777 का एक पहिया खो गया। विमान तब भी लॉस एंजिल्स में सुरक्षित रूप से उतर गया।
 
यात्री अपनी सीटों पर से गिरे : 11 मार्च, 2024 : लैटम एयरलाइंस द्वारा संचालित बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर, ऑस्ट्रेलिया में  सिडनी से न्यूज़ीलैंड में ऑकलैंड जाते समय अचानक ऊंचाई खो बैठा और डगमगाने लगा। यात्री केबिन में अपनी सीटों पर से बाहर गिर गए, जिससे लगभग 50 लोग घायल हो गए। कथित तौर पर एक महिला फ़्लाइट अटेंडेंट ने गलती से पायलट की सीट पर एक स्विच दबा दिया था, जिसके कारण अफ़रा-तफ़री मच गई। 
 
25 नवंबर, 2024 : पूर्वी यूरोप के बाल्टिक सागरीय देश लिथुआनिया की राजधानी विल्नियस के हवाई अड्डे के पास पहुंचते समय, स्विफ्टएयर द्वारा संचालित बोइंग 737-400, रनवे से 1.6 किलोमीटर (1 मील) पहले एक आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान पूर्वी जर्मनी के लाइपज़िग शहर से चला था। चालक दल के चार सदस्यों में से एक की मृत्यु हो गई।
 
29 दिसंबर, 2024 : दक्षिण कोरिया की सस्ती एयरलाइन 'जेजू एयर' का एक विमान मुआन हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, 179 लोग मारे गए। यह बोइंग अपने लैंडिंग गियर (अवतरण पहियों) को बाहर निकाले बिना उतरा था। वह सीमेंट-कंक्रीट वाली एक बाधा से टकराया और उसमें विस्फोट हो गया। चालक दल के दो सदस्य फिर भी बच गए।
 
अगर यह बोइंग है, तो मैं नहीं जाऊंगा : दुर्घटनाओं, टूट-फूट और घातक त्रासदियों के कारण 2024 की पहली तिमाही में, बोइंग को अरबों डॉलर की चपत लगी। बेचे गए विमानों की संख्या में नाटकीय रूप से गिरावट आई। बोइंग के शेयर भी 30 प्रतिशत तक लुढ़के। देश-विदेश के यात्री जान-बूझकर बोइंग के विमानों द्वारा यात्रा करने से बचने लगे। लोगों की एक समय की यह सोच कि विमान यदि 'बोइंग का नहीं है, तो मैं नहीं जाता' पलट कर यह बन गई कि विमान यदि 'बोइंग का है, तो मैं नहीं जाता।' दुर्घटनाओं का अधिकतर कारण सॉफ़्टवेयर का पर्याप्त परीक्षण नहीं होने से दोषपूर्ण नियंत्रण सॉफ़्टवेयर हुआा करता है।
 
बोइंग कंपनी से संबंधित इन घटनाओं की अमेरिका में आपराधिक जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है। मई 2025 के अंत में, अमेरिकी सरकार और बोइंग के बीच एक नया समझौता होने का प्रस्ताव सुनने में आया। जानकारों का कहना है कि यह समझौता बोइंग को आपराधिक अभियोजनों से बचने की संभावना प्रदान कर सकता है। बताया जाता है कि समझौते के एक हिस्से के रूप में, बोइंग ने 1.1 अरब डॉलर का अतिरिक्त भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है। 4 अरब 44 करोड़ 50 लाख डॉलर का एक राहत कोष दुर्घटना-पीड़ितों के परिवारों के लिए सांत्वना के तौर पर बनेगा। बोइंग का कहना है कि अपनी सुरक्षा-संस्कृति को बेहतर बनाने के आंतरिक कार्यक्रमों में के लिए 45 करोड़ 50 लाख डॉलर के बराबर निवेश का उसका एक और इरादा भी है।
 
अमेरिकी न्याय विभाग के साथ समझौता : बोइंग ने 2021 में अमेरिकी न्याय विभाग के साथ अपना पहला समझौता किया था। उस समय हुए समझौते में अन्य बातों के अतिरिक्त, पीड़ितों के परिवारों को 50 करोड़ डॉलर का भुगतान और कंपनी के भीतर एक नैतिकता कार्यक्रम की शुरुआत भी शामिल थी। एक महत्वपूर्ण शर्त यह भी थी कि एक निश्चित समयावधि के भीतर सुरक्षा-संबंधी कोई और घटना नहीं होनी चाहिए। 
 
लेकिन ठीक यही हुआ : 5 जनवरी, 2024 को, समय-सीमा से ठीक दो दिन पहले, एक गंभीर घटना घटी, जिसमें बोइंग 737-9 के केबिन की दीवार में अचानक एक मीटर चौड़ा छेद दिखाई दिया –– जो विनिर्माण दोष का स्पष्ट संकेत था। अमेरिकी अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि बोइंग ने 2021 के समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया है। इसके बाद न्याय विभाग ने बोइंग के विरुद्ध आपराधिक कार्यवाही फिर से शुरू करदी। बोइंग ने भी अंततः अपनी धोखाधड़ी स्वीकार की।
 
धोखाधड़ी का दोषी : जून 2024 में, बोइंग को जानबूझकर अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) को धोखा देने का दोषी करार दिया गया। यह पहली बार था कि बोइंग ने आधिकारिक तौर पर प्रमाणन प्रक्रिया में हेरफेर करने की जिम्मेदारी स्वीकार की थी। अलास्का एयरलाइंस वाली घटना के बाद बोइंग ने दावा किया था कि उसने अपने विमानों के विनिर्माण की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। कंपनी के अनुसार, तब से रिपोर्ट की गई खामियों की संख्या में काफी कमी आई है। किंतु, भारत में अभी-अभी हुई ड्रीमलाइनर दुर्घटना ने इस दावे पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। दुर्घटना का सही कारण निर्धारित होने में समय लग सकता है। यदि सही कारण तकनीकी ख़राबी निकला, तो बोइंग कंपनी की साख और अधिक रसातल में चली जाएगी। 
 
उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया ने अहमदाबाद वाली दुर्घटना के दो ही दिनों के भीतर घोषित कर दिया कि दुर्घटना में प्रांण गंवाने वालों के परिवारों और इंगलैंड-वासी एकमात्र उत्तरजीवी को भी ढाई-ढाई लाख रुपए दिए जाएंगे। यह धनराशि टाटा ग्रुप द्वारा घोषित प्रति परिवार 1 करोड़ रुपए के मुआवज़े के अतिरिक्त होगी। 

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