मुरादाबाद। उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल सिटीजन रजिस्टर (NRC) का विरोध करने वालों को समझाना एक वकील को इतना भारी पड़ा कि पहले उसके साथ मारपीट की गई फिर उसका हुक्का पानी बंद कर सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया।
इस सबसे परेशान होकर पीड़ित ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है, वहीं आरोपी पक्ष शरीयत की बात को लेकर झगड़ा बता रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि जिले के मूंढापांडे क्षेत्र के गांव सिरस खेड़ा निवासी अधिवक्ता इदरीस अहमद ने पुलिस को एक शिकायती पत्र दिया है जिसमें लिखा है कि सिरसखेड़ा की चांद मस्जिद के इमाम अनीश मियां पिछले कुछ दिनों से सीएए और एनआरसी जैसे राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर नफरत फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
आरोप है कि जब इमाम को ऐसा करने से रोका गया तो उन्होने पिछली 13 जनवरी को लोगों के साथ हमसाज होकर अधिवक्ता के मारपीट की। इतना ही नहीं, अब उनका हुक्का पानी बंद करते हुए पूरे परिवार सहित सामाजिक और धार्मिक बहिष्कार भी कर दिया। इमाम ने गांव वालों को वकील के परिवार से बातचीत करने से भी मना किया है।
इदरीश और उनके परिवार पर मस्जिद में नमाज पढ़ने और बाजार से सामान खरीदने तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सामाजिक बहिष्कार के लिए बोले जाने का एक ऑडियो भी इदरीश ने उपलब्ध कराया है।
इसमें भरी पंचायत में इनके पूरे परिवार का हुक्का-पानी बंद कर बहिष्कार किए जाने की बात जामा मस्जिद के इमाम शाहिद के द्वारा बोली जा रही है। पीड़ित परिवार के साथ कोई अनहोनी न हो, इसलिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इमाम की दलील है कि झगड़े की बात सही है, लेकिन झगड़े का कारण सीएए या एनआरसी नहीं बल्कि झगड़े का कारण कुछ और है। इमाम ने भी इदरीश के बेटे पर मारपीट का आरोप लगाया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिली है। प्रथम दृष्टया यह मामला आपसी झगड़े का दिखाई दे रहा है। जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। (Symbolic photo)