कोलकाता। गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि कोरोना खत्म होने के बाद CAA लागू होगा। शाह ने कहा कि CAA वास्तविक है, वास्तविक था और रहेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अत्याचारी शासन को उखाड़ कर लोकतंत्र को बहाल करने तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी। उत्तरी बंगाल के सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कट मनी (जबरन वसूली), भ्रष्टाचार और राजनीतिक हिंसा के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
शाह ने तृणमूल कांग्रेस पर बंगाल में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर 'अफवाह फैलाने' का आरोप लगाया और कहा कि कोविड-19 महामारी के खत्म होने के बाद कानून को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं बंगाल विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या तीन से बढ़ाकर 77 तक पहुंचाने के लिये उत्तर बंगाल के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। टीएमसी के अत्याचारी शासन को उखाड़ फेंकने तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी।
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी खुद को सुधार लेंगी। हमने उनके खुद को सुधारने के लिये पूरे एक साल तक इंतजार किया, लेकिन वह नहीं बदलीं। राज्य में शासक का कानून लागू है। केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया कि बनर्जी ने हमेशा निहित राजनीतिक स्वार्थों के लिए गोरखा लोगों को गुमराह किया।
उन्होंने कहा कि गोरखा भाइयों और बहनों को दीदी ने हमेशा गुमराह किया है। मैं आज उन्हें यह बताने आया हूं कि अगर कोई एक दल है जो गोरखा लोगों के बारे में सोचता है, तो वह भाजपा है। उन्होंने कहा कि हमने आश्वासन दिया है कि संविधान की सीमा के भीतर ही सभी समस्याओं का स्थायी राजनीतिक समाधान निकाला जाएगा।
शाह ने तृणमूल कांग्रेस पर बंगाल में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर 'अफवाह फैलाने' का आरोप लगाया और कहा कि कोविड-19 महामारी के खत्म होने के बाद कानून को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं बंगाल विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या तीन से बढ़ाकर 77 तक पहुंचाने के लिये उत्तर बंगाल के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। टीएमसी के अत्याचारी शासन को उखाड़ फेंकने तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी।
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी खुद को सुधार लेंगी। हमने उनके खुद को सुधारने के लिये पूरे एक साल तक इंतजार किया, लेकिन वह नहीं बदलीं। राज्य में शासक का कानून लागू है। केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया कि बनर्जी ने हमेशा निहित राजनीतिक स्वार्थों के लिए गोरखा लोगों को गुमराह किया।
उन्होंने कहा कि गोरखा भाइयों और बहनों को दीदी ने हमेशा गुमराह किया है। मैं आज उन्हें यह बताने आया हूं कि अगर कोई एक दल है जो गोरखा लोगों के बारे में सोचता है, तो वह भाजपा है। उन्होंने कहा कि हमने आश्वासन दिया है कि संविधान की सीमा के भीतर ही सभी समस्याओं का स्थायी राजनीतिक समाधान निकाला जाएगा।